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क्यूँ आँख मेरी ना सोये

Hi Guys, Hope you all are keeping well, my today's creation is based on beher of a bollywood song, Moh Moh ke dhage, hope you will enjoy it, do let me know क्यूँ आँख मेरी ना सोये       क्यूँ तेरे सपने पिरोये   क्यूँ आँख मेरी ना सोये       क्यूँ तेरे सपने पिरोये   ना मेरा तू कभी भी था       मन तेरे पीछे क्यूँ होये  क्यूँ मन हुआ है बेचारा ॰॰॰॰॰ क्यूँ मन हुआ है बेचारा       क्यूँ दर्द धड़कन में होये क्यूँ आँख मेरी ना सोये       क्यूँ तेरे सपने पिरोये   ना मेरा तू कभी भी था       मन तेरे पीछे क्यूँ होये  हुआ मैं बड़ा घायल       है जबसे ये सुना हुआ मैं बड़ा घायल       है जबसे ये सुना कैसे होगा दिन ढला होगा दिन ढला               कैसे उजाला था हुआ हुआ मैं बड़ा...

मुरली मनोहर, कृष्ण गिरधारी

मुरली मनोहर ,  कृष्ण गिरधारी              हर रूप में लगे ,  तेरी लीला न्यारी जब भूले तुझको ,  कोई नर नारी              फ़िर होगा कैसे ,  मोक्ष का अधिकारी मुरली मनोहर ,  कृष्ण गिरधारी              हर रूप में लगे ,  तेरी लीला न्यारी तुम जैसा ना कोई होगा , कृष्ण कन्हैया              हर रूप में लगे मोहक , बंसी बजैया तुम जैसा ना कोई होगा , कृष्ण कन्हैया              हर रूप में लगे मोहक , बंसी बजैया तुम साथ थे सदा ,  क्यूँ मैं जान ना पाई तुम साथ थे सदा ,  क्यूँ मैं जान ना पाई              हर पल में तुझको, याद करूँ , अब   बांके बिहारी मुरली मनोहर ,  कृष्ण गि...

काश

किसीके फिक्र से बोझिल थी आँखे             काश काम, वो किसीके आती काश, कुछ ऐसा ही , हो जाता             कुछ “उसकी मैं” थोड़ी सी, बह जाती काश वो कुछ, अपनी भी कहते             काश मेरी कही भी, कुछ रह जाती अपनी तो कहानी, रह गई अनकहीं दास्ताने मोहब्बत, फ़िर कैसे कहलाती पड़ाव यूँ ही , पग पग पर             क्या पता था , आते ही जायेंगे हम मोड़ पर, देखते खड़े रहेंगे             वो छोड़-छोड़, फिर चले जायेंगे इम्तिहान ना मेरा , और लो                अब सांस भी मुझको , नहीं आती काश वो कुछ, अपनी भी कहते             काश मेरी कही भी, कुछ रह जाती बाद मुद्दत्तो के था , वो मु...

मेरा ख्वाब

आ गया वो दिन था जिसका इंतज़ार वो बहार किधर गई, जो रही थी मुझको निहार रह रह कर क्यूँ सफ़र फ़िर याद आता है अब ना कोई है रास्ता, ना कोई भाग्य विधाता है सोचा था आराम होगा,             कुछ सुकूं भी मिलेगा बचपन जवानी चाहे ना मिली             बुढ़ापा तो चका चक खिलेगा लेंगे फ़िर फुरसत में             हम प्रभु का नाम खेलेंगे पोते पोतियों से             अभी करले कुछ काम चंद नोट और जेबों में डालें             अगली पुश्तों का पैट भी भरलें कुछ जमीं तो नाम है अपने             थोड़ी सी कुछ और भी करलें आज ये सब पास है मेरे             ना किसीका रहा इंतज़ार अब खाली मन खाली घर...

बेचारगी

ना मुँह मोड़ मुझसे, मुझको बेचारा जान के ये जख्म तेरे ही हैं, देख तो पहचान के जमीं जो खीच ली, पाँव को किधर को धरे बेचारो का सब्र देख, आसमां में घर बना लिए ना कबूल मुझको किया, ठुकराई मेरी बेचारगी दिन बदलेगें जनाब, याद आएगी आवारगी क्यूँ मंदिर जाए, क्यूँ   मस्जिद में सजदा करे क्यूँ ना किसी बेचारे को भोजन दिया करें जाओ ना जी पाओगे तुम भी, हमको दीवाना बना के घटा के छठते ही पछताओगे, हमको बेगाना बना के झुकेगा फ़िर सर, बेचारगी भी छाएगी ढूंढोगे तुम, ना मिलेंगे हम, गाओगे गीत फसाना बना के यारों का दौर होता तो कुछ और बात होती रोने पे पिटतें, ना तन्हाई साथ होती उम्र के इस दौर को, क्या तो अब नाम दें जिंदगी बेचारी है, काश कोई सहेली ही साथ होती किसी के आँख से पूछ के तो देख ये मोती किस बेचारगी पे आयें है वो जान लेते अपना हाल – ए- दिल, तो   शायद मलाल होता हँसी मे छुप गई बेचारगी, वरना पहले से बुरा हाल होता श्यामिली

Life is precious, live it to the fullest

Hi This is related to the suicide committed by Mr Sushant Singh Rajput, however, it is not dedicated to him. This is for the living human beings and who are in any kind of dilemma w.r.t. life and who are actually sad or shocked by the news. I understand, ppl do have different reasons, backgrounds, histories & sorrows and I am surely not able to understand their position, I am surely cannot step into their shoes and it's obvious, it's their life, And what so ever I will try to communicate, it has already been said & told various time, here I just want to insist to all of you, to establish dialogues with the ppl around you, no matter how far you are, no matter how busy you are, forgive your loved once, no wound is bigger than life. Life may not be fair, Life may not be easy, Life may remain tough, Life may remain rough, but Life is beautiful, Live it, Smile is contagious,  share your smile with ppl, spread happiness, spread awareness, be alive to your surroundings, it...

क्यों है

Hi everyone My today's creation is inspired by a famous gazal of Janab Kaifi Azmi " कोई ये कैसे बताये के वो तन्हा क्यों है"  , hope you will like it and do let me know if you are actually able to sing it हम उसे कैसे बताये के             गुमनाम क्यों है अब भी जिए जाते है संग उसके             वो अनजान क्यों है वो जो गुलशन में बहारें थी             वो वीरान क्यों है क्यूँ छुपाते है सभी से, के             उससे पहचान क्यों है वो जरा पास जो आ जाए             तो बढ़ जाए धड़कन उसकी सांसो में बिखर जाए             हमारा मधुबन ऐसी फितरत, है जो आखिर तो             ये पर्दा क्यों है ...