रूहों वाला प्यार





तेरी मोहलतो की मिसाल दूँ
तेरी बिसात पे तुझे मात दूँ
तू तन्हा तन्हा तड़प सकें
तुझे तन्हाई की रात दूँ

तू रोए, पर ना सह सके
तू तन्हा भी ना, रह सके
तेरी हर सिसकती साँस हो
तू मुझसे दूर ना रह सकें

तेरा दर यूँ तनहा छोड़ दूँ
तुझें यूँ सिसकता छोड़ दूँ
फ़िर दो घड़ी का विराह तो हो
रिश्ता जन्म का, फ़िर जोड़ दूँ

तुझे मिलने की मैं आस दूँ
अपने मिलन की प्यास दूँ
तेरी आह को, कुछ राह दूँ
तेरी सांस में मेरी साँस हो

तेरी हसरतों की दुआ बनूँ
तेरी आरजू की वजह बनूँ
कभीकाफ़िर बनूँ तेरे वास्ते
कभी तेरी जुल्फ सवार दूँ

ये जमींतुझपे वार दूँ
हाँअपना सब कुछ हार दूँ
तेरा इश्क़ भी ना पूछें तुझे
इतना रूहों वाला प्यार दूँ 
इतना रूहों वाला प्यार दूँ

श्यामिली

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

सफर

End of Season

वक़्त है जनाब, बदल जायेगा