हम यहाँ नही होते, तो गालिब होते

Dear All

A few couplets for all of you


अभी खुश ना हो तू जिंदगी,
तेरे वार से चटका तो हूँ बिखरा नहीं


भीड़ में सकूँ ढूँढा,
विरानियो में साथी
फिर गुनाह दोहरा दिया
जला दी आँधियों में बाती


तेरी दीद ना चाहूँ तो क्या चाहूँ
तेरा साथ तो मुक़द्दर की बात है


जान नहीं पाए हम उनकी हसरतें,
हम बिक गए जिनकें लिये, वो ख़रीदार ही ना था 


मंदिर में भगवाँ नही,
बस्ती मेरा इंसा नही,
जाने किस सफर में हूँ,
मिलता कोई जिंदा नही


हम फिर ख़ील उठेंगे, तूफ़ाँ के बाद,
आज मझदार में, मायूस ही रहने दो


हर बात पे वाह वाह करते हो,
आपके पयमाने पे शक ना हो तो क्या हो


कभी तेरी, कभी मेरी खुशी मे
कभी तेरे कभी मेरे गम मे
ये हमेशा साथ रहते है
और हम इन्हें कमबख़्त आँसू कहते है


तेरे साथ साथ गुज़ारा मुश्किल है तो
तेरे जाने के नाम से तन्हाई का ग़म क्यूँ है


रहने दे मुझे इन ख़ामोशियों में तनहा
तेरे साथ में तो रसवाइयो के मेले लगे है

                 
               शामिली


Comments

  1. Aj wah wah nahi......wah kya bat kahenge.........

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    1. अभी खुश ना हो तू जिंदगी
      तेरे वार से चटका तो हूँ बिखरा नहीं...बहुत ही खूबसूरत लाइनें हैं .

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  2. Madam.....आज तो कमाल कर दिया,कही आज ग़ालिब जिंदा होते तो उनकी सांसे दोबारा थम जाती..
    बहोत ही बेहतरीन...

    Vikram

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  3. अक्सर जिनकी हंसी खूबसूरत होती हैं,वो ज़िन्दगी में रोये भी बहुत होते हैं.

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  4. 🌹सिर्फ लफ़्ज़ो को न सुनो कभी आँखें भी पढ़ो......

    कुछ सवाल बड़े खुद्दार हुआ करते हैं.....

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  5. Good one 👏🏻👏🏻👏🏻👏🏻

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  6. 🌷🌷🌷🌷🌷👍👍👍

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  7. :-(🌹🌹🌹:-)⭐⭐⭐⭐⭐

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  8. Each and every word is very touching mam.....

    *जिन्दगी की दौड़ में,*
    *तजुर्बा कच्चा ही रह गया...।*
    *हम सीख न पाये "फरेब"*
    *और दिल बच्चा ही रह गया...।*

    *बचपन में जहां चाहा हँस लेते थे,*
    *जहां चाहा रो लेते थे...।*
    *पर अब मुस्कान को तमीज़ चाहिए*
    *और आंसुओ को तन्हाई..।*

    *हम भी मुस्कराते थे कभी बेपरवाह अन्दाज़ से*
    *देखा है आज खुद को कुछ पुरानी तस्वीरों में.*

    *चलो मुस्कुराने की वजह ढुंढते हैं..*
    *जिंदगी तुम हमें ढुंढो...*
    *हम तुम्हे ढुंढते हैं..!!*

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  9. Kya baat kya baat di
    @pankajpujara

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  10. Thank you so much Ji, you can take out some time

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  11. Ek aur behtreen poem. Second last line to awesome hai.

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  12. behetreen.....kya baat....kya baat...kya baat👌👌👌

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  13. Wow... Amazing lines... Very beautiful and meaningfull... Heart touching... ☺����

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