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Showing posts from October, 2019

Happy Diwali

Wish you all a very Happy Diwali Stay Happy and Stay blessed कोई, कोई, ना पूछों, हमसे कैसा है हर लम्हा, परिंदो जैसा है ना तनहा रहे, है दर्द का शुक्रिया दर्द का रिश्ता, अपनो जैसा है कभी बीत गई, कभी बात गई कभी भूल गई, कभी बिसर गई समय बीता, मेरा कुछ ऐसा है बस लगता सपनो जैसा है तेरी हिम्मत ही, तेरी शान है ना भूल, तू किसकी, पहचान है   तेरा वक्ष, खुद ही धरा सा है तू अपने अक्स के जैसा है क्या रखा जीत और हार में बेमतलब की दरकार में जब होंसला ही तेरी फ़ितरत हो    हर पड़ाव, हर मंजर, इक जैसा है      क्या खोया, क्यूँ है, गम पगले तेरे साथ, खड़े है, हम पगले तेरे क़दमों में, जहाँ ये झुकाएँगे हमारा साथ भी, मोती जैसा है दिवाली पर राम जी आएँगे हम श्याम भी संग बुलाएँगे       ये लंका नहीं, कुरुक्षेत्र है हमें बनना कृष्ण के जैसा है श्यामिली

MAA

15th October 2011, I lost my Mother forever, on the day of her 34th Wedding anniversary, and the day was karwa chauth. I came to know about all this after 4-5 hrs of her heavenly abode, because of the fasting and festival. 16th was my hubby birthday and 17th was mine. That was the worst birthday, anyone could have. Then gradually, I realised that she is always with me, whenever i need any advise, i just think, वो होती, तो क्या करती वो होती, तो क्या कहती My today’s creation, I am dedicating to her.  वो होती, तो क्या करती वो होती, तो क्या कहती तुझको देखा-समझा उम्र सारी अब करने की, है मेरी बारी  सफ़र अब कोई, नहीं नया है जीवन दो-दो बार, जिया है तुझको देखते, गुज़रा बचपन अब तुझसा लगता, है ये दर्पण हाँ तुझसा बन्ने का है मन कहाँ से लाऊँ उतना अपनापन तू धूप में छाया, सी थी सबको हो गई प्यारी, तू क्यूँ रबको आज जाने क्यूँ, याद है आयी आँख मेरी क्यूँ, भर है आयी       फिर से उठ गए, कितने सवाल घेरा यादों ने, फिर हुआ मलाल      कैसे कोई तुमसा मिलेग

सवाल बेमिसाल है, जवाब मगर नहीं है

A very Happy Morning to all. With your kind words of motivation and love I just completed my first year of continuous publications of Saturday blogs. Thank you so much all to keep motivating and advising me throughout the year. Without you all, it was impossible to maintain such discipline. Who all know me, knows that discipline is the last thing, I can follow, So thank you sooooooo much. Today’s blog belongs to one of my old unpublished collection, which was heard by a few of you earlier as well. सवाल बेमिसाल है ,  जवाब मगर नहीं है हमसे माँ बोली ,  इसी का नाम ज़िंदगी है तुझसे मिलने की तमन्ना ने  ,  इस क़दर बेगाना कर दिया अब रूह के किसी ज़ख़्म का ,  इलाज मुमकिन ही नहीं है सवाल बेमिसाल है ,  जवाब मगर नहीं है तू हमराज़ भी बना ,  बन गया मेरा खुदा भी तुझको हमराही भी बनाना चाहा ,  क्या मेरी ख़ता यही है सवाल बेमिसाल है ,  जवाब मगर नहीं है देख आज ,  कहाँ ले आयी ,  मुझको ये मेरी तन्हाई तू सामने हो भी मेरे ,  तो मिलने की आस तो वही है सवाल बेमिसाल है ,  जवाब मगर

तेरे आने की ज्यूँ ज्यूँ ख़बर आई

It’s my son’s birthday today, wishing you joy, happiness and success on this special day of yours and always. My today’s creation is dedicated to you. Have a blissful life. God bless you, Arrnav तारों सी आँखें चमक आई हरसु ख़ुशबू, बिखराई मन ने सरगम बजने लगी तेरे आने की ज्यूँ ज्यूँ ख़बर आई तेरा आना कुछ, यूँ ही हुआ तेरी उँगली ने, जब मुझको छुआ सिहर उठी, कम्पन भी हुआ तूने सुध बुध मेरी बिसराई तेरे आने की ज्यूँ ज्यूँ ख़बर आई मेरी साँस में जाके, साँस आई मन ही मन मैं, मुसकाई तेरी हर हँसी पर वारी गयी सब कुछ तुझपर मैं, न्यूछार आई तेरे आने की ज्यूँ ज्यूँ ख़बर आई हाँ, मेरी आँख का तारा है तू मेरा राज दुलारा है तू माँ ज़िंदा है, माँ का सहारा है तू तेरे आगे दुनिया हार आई तेरे आने की ज्यूँ ज्यूँ ख़बर आई तू राम और घनश्याम है मेरा रूह का सकूँ, सुख-चैन है मेरा तू आया बचपन लौट आया मेरा जैसे नयी उम्र मैंने पाई तेरे आने की ज्यूँ ज्यूँ ख़बर आई यूँ आना हुआ, ज़िंदगी में तेरा ढलती शाम थी, हुआ सवेरा जाने किधर गया अँधेरा उजली चाँदनी हर तरफ़ छाई तेरे आने की ज्यूँ ज्यूँ ख़ब