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Showing posts from July, 2021

बारिश

  जिसके आने से, मैं खिलती थी जिसके मिलने को, मैं तरसती थी झूम-झूम के नाचती थी झूम-झूम के, थिरकती थी आज वो जी का, जंजाल हो गई ज़िन्दगी बारिश में, बेहाल हो गई   एक घटें का सफ़र, तीन घन्टे का हुआ सफ़र हुआ मुहाल , ना मांगी जाए दुआ कहीं गढ़ढे, कहीं खढ्ढे, कहीं जमा हुआ है पानी घर पर होते तो पकोड़े तलते   पर बदल गई कहानी   लफ्जों में भी कैसी   नमीं आने लगी है लम्बा सफ़र हुआ   जिंदगी थकाने लगी है ना आस बची ना प्यास बची बारिश की बूंदें भी हमको सुखाने लगी है        दिल भी है कमबख्त ना माने ये कहीं अपनी ही दौड़ में ज़ाया करे जिंदगी क्या चाहे क्या मांगे ना इसको खुद पता बारिश के बहाने करें अश्कों को विदा   कैसी होती थी बारिश अब क्या हो गई है कितना जी हूँ इसके संग पर लगती अजनबी है ना जाने क्यूँ ये अब मुझे भीगा नहीं पाती ना किसी को याद मेरी दिलाये ना किसी को मेरी याद है आती   लगता है सपने भी अब, प्रैक्टिकल हो चुके है ना दिल दुखता है अब ज़ज्बात खो चुके है बस यही एक मुझसे नादानी हो गई क्या जानू मैं क्य

Happy Guru Purnima

Hare Krishna गुरु गोविन्द दोऊ खड़े , काके लागू पाय | बलिहारी गुरु आपने , गोविन्द दियो बताय || A very Happy Guru Purnima to you, I have learnt a lot from you, always be with me and keep showering your blessings.  Few lines, I am trying to dedicate on Guru Purnima to our Spiritual Guru, Hope you will like it.  आपके नक्श-ए-कदमों पर, गुरु देव, हम कैसे चले आप दया के सागर , हम पापों में, है घिरे   आपके समझाने पर, समझ आया गीता का ज्ञान क्युं और कैसे लेना है, हमें सिर्फ कृष्ण का नाम      क्या कानून जरुरी है , वर्ना क्या होगा अंजाम हम हिन्दू मुस्लिम बन गए , भूले बनना बस इंसान    आप जो हाथ पकड़लें , हो जाए जिंदगी की सुबह कृष्ण को ढूंढने लगें , फ़िर से, हरसू, हर जगह   आपके साथ का आसरा जो हो जाए मुरीद की मुरादे को, जैसे पर लग जाए   तेरे-मेरे झगडे की खत्म हो जाए बिसात आप बारिश-ए-रहमत करें, बने हमारी बात   हाँ , कहा था आपने , आप कृष्ण के दासो के दास हो हम भी आपके दास बने, हमें भी दुआ दो   एक नज़र आपकी, जो हम पर पड़ जाए कुछ दिन बदलें , हम भी सदा, कृष्ण

फ़लसफ़ा

अदा तेरी है या , तू अब भी खफ़ा है तेरे माथे की सिलवट, बनी अब सज़ा है   क्यूँ घेरे तुझे है, मायूसी के बादल, इनसे गहरी तो मेरी, जुल्फ़ की घटा है   क्या खोया है तूने, जमाना गवां कर क्या खोया है तूने, जमाना गवां कर मेरा साथ है तो, ना कुछ भी लुटा है   है माना अँधेरे-भरी, ये डगर अब आ , रोशनी के लिए, मैंने खुद को तपा है   क्यूँ आँखें है नम, क्या जकड़ें हैं गम तेरी ये इक हँसी, साँसों की वजह है बस, तेरी ये इक हँसी, साँसों की वजह है   बड़े हमदर्द होंगें, चाहे आज़माले बड़े हमदर्द होंगें, चाहे आज़माले खुद को खोकर, कोई क्या, हुआ तुझपर फ़िदा है   ना जज़्बात देख , ना हालात देख कितने आए गए , हुआ कौन फनाह है           तेरी-मेरी कहानी , कभी बदलेगी जानी तेरी-मेरी कहानी , कभी बदलेगी जानी मेरे जीने का बस , यहीं फ़लसफ़ा है   श्यामिली

कृष्ण तो है ना

  तूफां आए तो आता रहे तुझे सँभालने के लिए कृष्ण की रहमत है ना   दुनिया बदले , बदलती रहे साथ तेरा देने के लिए कृष्ण की रहमत है ना   तू धुन बजा ऐसी, ना हो उसके जैसी सुने ना सुने कोई कृष्ण तो श्रोता है ना   क्यूँ गम को , दिल में सम्भाल रखा है दर्दे दिल बयाँ करने को कृष्ण की चौखट है ना   क्या पाया क्या खोया, क्यूँ हिसाब लगाया मन के मैल धोने के लिए   कृष्ण का चिन्तन है ना   ख़त्म हुए अल्फाज़ तो क्या कहानी तेरी लिखना कृष्ण की फितरत है ना तूने बुलाया , कोई ना आया तेरी दास्तां सुनने के लिए कृष्ण तो सहमत है ना   मिट्टी की हैसियत ही क्या तेरी शख्सियत मानने वाला कृष्ण तो हरदम है ना   श्यामिली

कर्म

  तू, करके तो देख बस एक बार, करके तो देख वहम मन के, निकल जायेंगे पत्थर दिल भी, पिघल जायेंगे गम के बादल, छट जायेंगे तू नज़र अपनी, बदलके तो देख   बस एक बार, करके तो देख   जिंदगी रंगी हो जाएगी संग तेरे फिर, मुस्कुराएगी वारी-वारी, भी जाएगी तू इसमें रंग, भरके तो देख बस एक बार, करके तो देख   घनघोर घटा को, छाने दे मौसम को रंग, दिखाने दे बिजली को जोर, लगाने दे   तू एक कदम, बढके तो देख तू एक बार, करके तो देख   मायूस है क्यूँ , अभी आस तो है कारवाँ होगा, विश्वास तो है ना छाँव मिले, संग धूप तो है जिंदगी की खाक में, मिलके तो देख बस एक बार, करके तो देख   वीरान है आज, कल हरा होगा खुदसे तू खूब, लड़ा होगा हर गम से जीवन, बड़ा होगा   जख्मो की दवा, बनके तो देख तू एक बार, करके तो देख       ना मंजिल कोई , सफ़र और भी है ना मुड़ पीछे, हमडगर और भी है   खुल के जी , मरने की सिवा, डर और भी है पंछी बन , एक बार, उडके तो देख बस एक बार, करके तो देख तू, करके तो देख   श्यामिली