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Showing posts from October, 2020

पुराने रिश्ते

Hi, Dearest Bhabhi, Wishing you happiness and joy, now and always. May Babaji bless you. A very Happy Birthday from all of us. Here I am depicting few mixed emotions with due respect, which I always experience on your birthday. I know things have changed, but I refuse to grow up. But again, it's my problem. God bless, stay happy. नया रिश्ता नया एहसास बदली हवा , घुली मिठास बचपन   अपना ,  गुस्ताख हुआ नई भाभी आई थी पास   कभी बधाई , कभी मिठाई भल्लो ने थी , होड़ लगाई बहकी बहकी , थी चहकी चहकी मैं   नई फिज़ा नई सुबह ,  आई थी नई भरजाई   रोज़ नए-नए , उनका मैकअप करना रोज़ का घूमना ,  नई सज्जा करना ना मीठे में कुछ भी भाए उनको रोज़ चावला कुल्फी की फरमाईशें करना   थी मुझसे बहुत , उम्र में बड़ी लगा था मेरी , बनी थी सखी फ़िर बनी थी , मैं फ़िर से बुआ कोपले खिली , थी मंगल घड़ी   ये बात है , बरसो पुरानी अब हो गई है , वो सयानी भूल गई है , समय पुराना ना याद करे ,  ख़तम हुई कहानी   मुझको वो पल याद आते है क्या जाने क्यूँ वो तडपाते है ना जाने क्या हो गई नादानी क्यूँ गहरे रिश्ते खो जाते है क्यूँ गहरे रिश्ते खो जा

याद आएगी तब, तुझको मेरी

Hey Guys, Happy Durga Ashtami to all of you.  May Maa Durga bless all of us.  Stay safe, Stay Happy. Keep reading my blogs. याद आएगी तब, तुझको मेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी आएगा तूफां, चारो और , होगी अँधेरी दुखेगा भी , दिल, फ़िर तड़पेगा भी ना छलकेंगी , आखें, पर , भर आएँगी तेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी   जब सूरज तुझसे , लेगा विदा फूलो से खुशबू , जब होगी जुदा रंग भी तुझसे, होंगे खफ़ा महसूस होगी, ना-मौजूदगी मेरी   याद आएगी तब, तुझको मेरी   दिन रात में होंगे , मीलों से फासले खुद तुझको, तुझसे , कई होंगे गिले मुद्दत हुई होगी, तुझको, तुझसे मिले चमकेंगी बिजली सी , फ़िर तस्वीरे मेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी          जब मुँह में, दाँत नहीं रहेंगे जब सर के बाल, हरदम झडेंगे     सिलवटें खिलेंगी, जब चेहरे पर जान जाने को, बस होगी तेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी   जब मुठ्ठी ख़ाली, खुल जाएगी धूल नज़रों से, धुल जाएगी मौत खौफ़ बनके, मंडराएगी बैचेन होगी, जब रूह भी तेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी   श्यामिली  

Happy Birthday to me, Happy Birthday to me, Happy Birthday, Happy Birthday, Happy Birthday to me

Jai Mata Di Hi Guys, How are you. Thank you so much for your love and your wishes. You all made my day, I am truly blessed to have you all in my life. Hope you remember my poetry on my turning forty (http://saturdaywithsheetal.blogspot.com/2018/10/yes-i-am-turning-forty.html) but today my feelings are different, I have turned twenty five again with seventeen years of experience today.  With your wishes, I will try to keep it, at same level for few more years.  So it's my birthday again and I wish my self as well, A very Happy Birthday to me. This excitement, this refreshing feelings are just because of you, and your wishes. Keep motivating me, and keep smiling, keep spreading happiness, you never know who is looking forward to see you. Don't waste your life in nitty gritty of useless matters, and one most important thing, Practice Gratitude, It works like magic works. Trust me, Miracles do happen, we just have to be simple enough to believe in THE SUPREME POWER.  Wishing Happy

संभालों ना

हुई शाम फ़िर  से , जवान है हसरतों में आया उफान है जलते- भुझते ये तारें है चम- च म ता हुआ फ़िर चाँद है   बिखरा बिखरा सा काजल है तेरी ज़ुल्फ़ है या कोई बादल है     लाल  सुर्ख हुए से गाल है ढलका  ढलका सा  आँचल है   न नींद खुले, ना ये हो सपना मिश्री सी घुले, चाहे तपना तुम हो या भीनी सी है ख़ुशबू दिल की धड़कन का, शोर है अपना   नाज़ुक हो, जैसे, कली हो तुम नमकीन मूँग सी, फलीं हो तुम मयखाने भी हो जाए शर्मिंदा खून से नहीं, मय से पली हो तुम             नज़र से नज़र मिलालो ना तुम्हारा हुँ मैं, जतालो ना   मैं टूट के फिर जुड़ जाऊँगा   खेलो दिल से, संभालों ना खेलो दिल से, संभालों ना   श्यामिली

बेटी की दुहाई

  ना राखी ने लाज बचाई ना काम माँ की सीख आई बाबा, सुनलो मेरी पुकार सुनलो , बेटी की दुहाई   ना श्याम ने मेरा थामा आँचल ना हनुमान ने संभाला उस पल   बाबा, पहने थे, कपड़े भी पूरे जी थी मै , संग सपने अधूरे   किया था हमेशा, नापतोल के काम आवाज़ थी नीची, ना था किया, कभी आराम   तुमने कहा था , चूल्हा चौका संभालो भाई पढ़ेगा , तुम गीत, चुपके से गालो   उस फैशन वाली सहेली का संग छोडो वो निर्लज , तुम संस्कारो से रिश्ता जोड़ो   आएगा राजकुमार एक, फ़िर तुम्हारे जीवन में क्यूँ पहलवान बनना , कमसिन फूल बनी रहो तन में   सुबह उठो , कमर कसो , सेवा की करलो तैयारी वो निर्लज, तुम संस्कारी, किस्मत चमकेगी तुम्हारी   बाबा , मैंने तुम्हारी सब मानी तुम्ही थे , सबसे ज्ञानी   आज भला क्यूँ टूट गए मुझसे क्या तुम रूठ गए   साँस पहली तुमने दी थी फ़िर एक साँस लोटा दो ना देखों कैसे ढेर पड़ी हूँ मेरी किस्मत चमका दो ना   मैंने किया जो तुमने बोला पर तुमने थी ना ये बात बताई क्या बचना है राक्षसों से क्यूँ ना थी मुझको कला सिखाई   नारी होना अ