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Showing posts from January, 2019

Happy Republic Day

Dear All Wish you all a very Happy Republic Day तेरे वास्ते मरना पड़े,       तो भी कोई बात नहीं तू तो देश है मेरा,       मेरी कोई औक़ात नहीं तूने दी मेरी पहचान,       तेरी रहमत पे हूँ क़ुर्बांन   तू तो माँ है मेरी,       तेरी रक्षा मेरा सम्मान  तेरी रहमत को भुला बेठा हूँ        लेता तेरा नाम नहीं  तेरा दिया फिर तुझको दिया       मेरे लायक कोई काम नहीं फिर भी अक्सर ऐंठता हूँ        कि मुझको कोई आराम नहीं तू चाहे तो मैं राजा        तू चाहे तो बजा दे बाजा  तेरी कुरबत को भुला बेठा हूँ        क्या मुरीद बनना, मेरा अंजाम नहीं          श्यामिली

हाँ समंदर हूँ मैं, इसलिए ख़ामोश रहती हूँ

हाँ समंदर हूँ मैं,          इसलिए ख़ामोश रहती हूँ जाना नहीं कही मुझे,         फिर क्यूँ मीलों बहती हूँ हाँ समंदर हूँ मैं,          इसलिए ख़ामोश रहती हूँ मन करता है कभी,         शोर मचाऊं, झरनो की तरह मन करता है कभी,         लहराती जाऊँ, झीलों की तरह मैं ले ना डूबूँ सबको,         इस बात से फिर मैं डरती हूँ हाँ समंदर हूँ मैं,          इसलिए ख़ामोश रहती हूँ मन करता है कभी,         बचपन जीं लू बच्चों की तरह मन करता है कभी,        अम्बर छूँलू बाजों की तरह कुरूप ना करदू मैं सबको,         अपने रूप-सीमा में रहती हूँ हाँ समंदर हूँ मैं,          इसलिए ख़ामोश रहती हूँ आँधी आए, तूफ़ाँ आए,         हर हाल में यूँ ढलना होगा इक शून्य की तलाश है,         उस शून्य में ही मिलना होगा हूँ असीम,         असीम समझोते ही किया करती हूँ हाँ समंदर हूँ मैं,          इसलिए ख़ामोश रहती हूँ   श्यामिली

क्या तूने मुझे समझा ही नहीं

ज़िंदगी मेरी,  ज़िंदगी मेरी,  क्या तूने मुझे समझा ही नहीं या फिर,  मैंने तुझे जाना ही नहीं तू अपनी धुन में जिधर चलती रही था उस मंज़िल को, पाना ही नहीं              बता,  क्या तूने मुझे समझा ही नहीं या फिर,  मैंने तुझे जाना ही नहीं               इक मोड़, हर रोज़, इक मोड़, हर रोज़,        आता ही रहा        जो तोड़के मुझको,        जाता ही रहा        अज़ी मैंने कहा,        अज़ी मैंने कहा,        उठ के चलदो,        पर तूने कहा माना ही नहीं        बता क्या,         तूने मुझे समझा ही नहीं        या फिर,         मैंने तुझे जाना ही नहीं बहते ही रहे, बहते ही गए, कभी जीं ना सके आँसू सूखे, आँसू सूखे, सूखे आँसू, कभी पीं ना सके हर बार तू मुझपे हस्ती रहीं अब कुछ भी तुझे, अब कुछ भी तुझे, समझाना ही नहीं   ज़िंदगी मेरी,  क्या तूने  मुझे समझा ही नहीं या फिर,  मैंने तुझे जाना ही नहीं        तूने ख़ूब दिया        तूने ख़ूब दिया            जो तूने दिया, बड़ा ख़ूब दिया        सब कुछ दिया,        सब कुछ दे दिया,            सब कुछ तो दिया,              ब

फिर आया है नया साल

Dear All On the outset of New year, I pray to Almighty to shower His blessings on all of us. May 2019 lead us on the His path and May we get His abundance and spread the same. Wish you all a very Prosperous and a very Happy New Year  फिर लौट आयी है सर्दी फिर आया है नया साल अब फिर से होंगे, जश्न कहीं कहीं होगा, ठिठुरता, बुरा हाल              कहीं ज्योतिष का संबल होगा       कहीं महका हुआ, हर पल होगा         कोई जीवन की देगा परीक्षा       कोई बेठेगा परीक्षा हाल       देखो फिर, आया है नया साल संकल्प लेंगे कई, मिलकर नए सम्बंध जोड़ेंगे, कई दिलके नए कोई, हिम की फ़ाहे, जोड़ेगा कोई, हिम से ही होगा, बेहाल देखो देखो, फिर, आया है नया साल              ना हम बदलेंगे, ना वो होगा बदला -2       ऋतु बदलेगी, होगा मौसम भी बदला       वो दिल, फिर, वैसे ही दुखाएँगा -2       ना रखना, दिल में कोई मलाल       देखो देखो, फिर, आया है नया साल                श्यामिली