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Showing posts from November, 2020

Create your own happiness

  Who can hurt me I want to be free These are my expectations Creating lot of  illusion   Who can stop me It’s my journey These are my thoughts Creating lot of pause   Who can judge me It’s my destiny It’s my thinking Creating lot of stinking   It’s about only me Then why keep agony It’s about my fooliness Stopping  my happiness   Keeping calm and review Will reset my share of dew Only I can set me free Can’t get more agree   It’s my share of sky Will always  fly high   Who can’t let me down Can’t share my crown   It’s only my creation Need to be in direction I may not go that way As it’s my personal highway   It’s Only I vs Me Be better in every degree Be happy and blessed This is what I can suggest Shyamili

मेरी पहचान

  ना शब्दों से होगी ना राहों से होगी मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी तकल्लुफ में भूलाएगी मुमकिन है ना करे याद माना तू किसी और की बांहों मे होगी पर मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी जमीं और आसमान लगे होंगें मिटाने बेगुनाही मेरी बेपाक तू  गुमां में फिर गुनाहों में होगी मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी ना करना कोशिशें फितरत बदलने की अपनी तेरी मासूमियत ही तेरी तरफ से गवाहों में होगी मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी ना बदले मौसम बेवफ़ाई का कभी तेरी खुशबू सदा ही महकी हवाओं में होगी मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी तेरा दर्द एक रोज़ तेरे साथ ही दम तोड़ेगा तू चाहे ना चाहे तब मेरी पनाहो में होगी यूंही चाहूंगा तब तक मै तुझको मेरी सांसे फिर से महसूस दवाओं सी होगी मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी श्यामिली

Happy Diwali

Wish you a very Happy Diwali, May Lord Krishna bless all of us. Stay Happy Stay Safe, Celebrate Diwali in Indian style. Make Prashad, spread love and get engage in the services of Lord Vishnu and Maa Laxmi. Let the gratitude take over your whole life stress and Let's start our prayers with Ganesha's prayer ॐ गंगणपतये नमो नम: श्री सिध्धीविनायक नमो नम: अष्टविनायक नमो नम: गणपती बाप्पा मोरया       मिट्टी का माधो, मिट्टी की मै फ़िर क्यूँ चीनी लड़ी जलाये मिट्टी का माधो, मिट्टी की मै फ़िर क्यूँ चीनी लड़ी जलाये श्री राम करेंगे , सब पर कृपा मिट्टी ही से चलो, दीप जलाये   ना मालूम क्या क्या करना है जिद्द है बस, बढते रहना है अपना भी है कुछ, सिस्टम निराला छोड़ा हलदी दूध , टर्मेरिक लात्ते लिया अपनाये छोड़ बाजरा , मैदे का चस्का लगाए कोई तो हम को रास्ता दिखलाए   भूल गए है, गाय है हमारी माता भूल गए है, गाय है हमारी माता गोबर मूत्र उसका, हमको, नहीं है भाता अंग्रेजी दवाओ से जोड़ा अपना नाता उधर, सारी दुनिया ने ली, गाय अपनाए बस भैस के दूध की हम है पीते चाय कर

नदी

मिलना होगा सागर से , उसी का        जो बहती इक नदी होगी चमन गुलज़ार तब ही होगा        जो बीजों में नमी होगी   ना इतना नूर है, तेरी नज़र में की, सोचे तू, क्या है, आगे डगर में ना बेचैन हो , ना कुछ है दर-बदर में       तेरे सामने जिंदगी ,  तेरे कर्मो से बंधी होगी  मिलना होगा सागर से , उसी का        जो बहती इक नदी होगी   ना किरदार तू , है अहम् कैसा        ना खरीदार तू , तुझको भरम कैसा ना कदरदान तू , हो रहा वहम कैसा                 हर अहम की इक दिन ,  बदी होगी          मिलना होगा सागर से , उसी का        जो बहती इक नदी होगी                                     जुल्म की फितरत छोड़ , सर झुका        कर होंसले बुलंद अपने , शुक्र मना दया उसकी, भावना तेरी, वो खैरखां        ना उसकी रहमत में कभी, कमी होगी मिलना होगा सागर से , उसी का        जो बहती इक नदी होगी   श्यामिली