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Showing posts from September, 2019

मन का शोर

इतना शोर क्यूँ है भाई इतना शोर क्यूँ है भाई सुबह से शाम, होने को आई मेरा दिल टूट के बिखर गया और आवाज़, किसीको ना आई क्यूँ आँख, मेरी गीली है हँसी मेरी , किसने ले ली है ए दोस्त, तू भी लापता है देख तनहा, तेरी सहेली है एक मुस्कान, ना मेरे चेहरे पे आई दूर तलक, फैल गयी तन्हाई मन में इतना, शोर क्यूँ है भाई मन में इतना, शोर क्यूँ है भाई मेरा दिल, टूट के बिखर गया और आवाज़, किसीको ना आई आज शब्द नहीं, है पास मेरे ख़ामोशी का मंज़र, क्यूँ मुझको खड़ा है घेरे दर्द की सारे इम्तिहान, पार हो गए      मुझको टूटने से बचालो, कोई तो यार मेरे टूटते टूटते आज, तुमको गुहार है लगाई काश तू लौटे, उम्मीद फिर दिल ने लगाई       सुबह से शाम, होने को आई मेरा दिल, टूट के बिखर गया और आवाज़, किसीको ना आई     आज, यहाँ, शब्दों की हड़ताल है बदला तेरा रूप, बदली हुई तेरी चाल है दिल में मचा, मेरे क्यूँ हूड़दंग है दाल में काला है, या काली तेरी दाल है हर एक अश्क़ ने, बात ये बतलाई तुझसे ही हूँ मैं, कैसी मु

बेसबब दिल को दुखाने की ज़रूरत क्या है

Dear All, you might have listen to the famous Gazal sung by Jagjit Singh ji, Besabab Ba’at Bhadane ki zarurat kya hai, on the same composition, i have written today’s poetry, hope you will be able to sing it along with me, do let me know. बेसबब दिल को दुखाने की ज़रूरत क्या है दिल में बैठों को भुलाने की ज़रूरत क्या है बेसबब दिल को दुखाने की ज़रूरत क्या है आह निकली है, उसे देख के नज़र जब भी मिले आह को दिल में दबांने की ज़रूरत क्या है बेसबब दिल को दुखाने की ज़रूरत क्या है वो समझ पाए ना, चमक अशको की तो लब क्यूँ कहें दास्ताँ होंठों पे लाने की ज़रूरत क्या है बेसबब दिल को दुखाने की ज़रूरत क्या है उसका आना भी, तसव्वुर था ये समझे ही ना थे उसका जाना भी समझने की ज़रूरत क्या है बेसबब दिल को दुखाने की ज़रूरत क्या है रूह से रूह ही ना, मिल पाई तो ये गम कैसा राह से राह, मिलाने की ज़रूरत क्या है बेसबब दिल को दुखाने की ज़रूरत क्या है श्यामिली

हिंदी

हिंदी हैं हम हिंदी है हम हिंदी है हम वतन है, हिंदुस्तान हमारा हमारा सारे जहाँ से अच्छा, हिंदुस्तान हमारा Hindi Diwas, I am hearing this day since my childhood, when it was not so famous like today. Thanks to my Jeej, Mr Ajay Monga, who is being part of this celebrations since decades. I never scored good in Hindi subject, may be i never found suitable words that time. But somehow, now, I am trying to express my emotions in Hindi every Saturday. Maybe when we get emotional, we go back to our mother, this could be a reason. We give presentation in English, but sing Hindi songs, we call all bad names in Hindi not in English when we get angry. So how come, its the only responsibility of Govt to promote Hindi, we all can do it. At least, Don’t get ashamed if you don’t know English. Be Proud on speaking Hindi Be Proud that You are Bhartiye आज भूले है तुझे, कल तेरा करेंगे गुणगान तू हिन्दी है, हिन्दी हूँ मैं भी कब तक दूर करेगा अज्ञान वक़्त बदले, विचार बदलेंगे कल तेरा करेंगे

शुक्रिया तेरा ज़िंदगी

On the occasion of Teacher’s Day, I am dedicated my today’s thoughts to my favourite teacher “ZINDAGI” शुक्रिया तेरा ज़िंदगी,          मुझको समझने और समझाने के लिए बारम्बार चलने के लिए,          मेरे साथ खुलके मुस्कुराने के लिए कभी माँ मेरी बनके मिली कभी बेटी के मुखपे तू खिलीं कभी भाई बनके आस जगाई  कभी साथी बनके साथ चली तू राह हमेशा दिखाती रहीं शुक्रिया मेरा साथ निभाने के लिए शुक्रिया तेरा ज़िंदगी,          मुझको समझने और समझाने के लिए हाँ, बचपन मेरा बीत गया तू बचपना मेरा छीन के बता तू दिल भी है और धड़कन भी        कब जाने, क्या हो गयी, मुझसे ख़ता  कभी पता ना अगले पल का चला शुक्रिया हर पल डराने के लिए शुक्रिया तेरा ज़िंदगी,           मुझको समझने और समझाने के लिए तू चाँद पे मुझको लेकर गयी  कभी घर से निकलने में भी था हरज़ा कभी ये समझने में निकल गयी हरे नीले डब्बे में क्यूँ डाले कचरा विज्ञान कभी, कभी अद्यातम मैं लगे शुक्रिया हर पल मुझे जीवाने के लिए शुक्रिय