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Showing posts from 2020

Happy new year

Wishing you all A very Happy New Year, I know you all are wishing badly to reach 2021, but we need to look back and understand, we are not going to forget this year for our lifetime. We have seen the high level of scarcity in so many areas without any actual damage. We also get to understand that we can live without lot of things, we are aware now, how to declutter things around and our mind. We understand better the importance of the relationships and the level of uncertainties of life. We also learn how to love and how to forgive, what to keep, what to share and what to leave. Luckily we don't have to go through the tough times and as it was just a phase. So, I am sure, we will refer to this year again and again, comparatively for a longer time.  This could be an year, which might have touched our inner-self and left deep footprints and might be on the top in the list of our greatest and favorite teachers.  I am also sure that we have learnt enough to live in Gratitude, So, let&#

Couplets

Hi everyone, hope you are doing fine. Hope winters have taken over lead and you have become lazy. This is what is happening with me, not able to write a complete poetry. So sharing different couplets, kindly read every couplet separately, its not in continuation.   मुझे तनहा समझ कर मेरा साया ना बन पास आकर देख , यहाँ ख़ामोशियों के मेले में हूँ ख़्वाहिश तो थी की मिर्जा हो जाये, ज़रूरतों ने पर इस तरह वार किया, जिंदगी भर कश्मकश रहेगी , तार दिया है , या फिर मार दिया   अभी पेट की भूख मिटी ही थी , ख़्वाहिशों के पर निकल आए गिर जाऊँ अगर तो उठा लेना, घिर जाऊँ अगर तो बचा लेना, इतनी उम्मीद तुमसे ज़्यादा तो नही, बिखर जाऊँ अगर तो बना लेना नाकाम होने पे डर सताता रहा , ज़ख़्म मैं ये सबसे छुपाता रहा तेरे सहारे का क्या कहना , जो इस चिलमन को भी उठाता रहा बाद मुद्दातो के साँस आयी है , हम भी ज़िंदा है , ख़बर लायी है शौक़ ने खिड़कियाँ जो खोल दी आज , शिकायत थी ख़ुद से , बात समझ आयी है   खामोश रहकर ही, वक़्त गुज़ारना होगा आवाज़ों से खंडर, ढेर हो जाते हैं हम आप बीती कह भ

एक मुलाकात

  मिली मै आज उसे, पहचानी थी या अजनबी थी खिलखिलाई भी थी , पर कहीं होठों में हँसी दबी थी शरारती आँखों से मासूमियत झलकी यूँ मानों बचपन में जैसे        बिजली बादलों में कडकी थी   पूछा जब मैंने हाल उसका        बैगानो सी इतराई वो क्या हम पहले मिले है        सवाल कैसा ले आई वो मैंने कहा गौर से देखो        क्याँ याद नहीं तुमको कुछ आया तुम गीता कॉलोनी की शीतल हो        ये बोल, धीरे से मुस्कुराई वो   ये क्या हाल बना रख्खा है        तुम तो बड़ा महकाती थी किधर गई वो चुलबुलाहट        जिस पर तुम इतराती थी ये क्या सवाल उठा डाला        किससे फ़िर मैंने मुह लगा डाला पर वो क्या थी रुकने वाली        वो कभी मेरे संग संग मंडराती थी अब तुमसे क्या छुपाना है        जीवन जैसे बना दवाखाना है  बोली वो, जाने भी दो        जानती हूँ , ये एक बहाना है ये हार जो तुमने मानी है        जिद है, जो तुमने ठानी है क्या लाई थी, सब यहीं मिला        फ़िर क्यूँ साथ, अपने ले कर जाना है   बंद करो ये जमाखोरी        क्यूँ खुद उत्पात मचाया है अच्छे खासे जीवन का

भगवत गीता- गुणगान

Hello everyone, As all of you are aware, Geeta Jayanti is about to come and ISKCON has already started Geeta Marathon, it's my humble request to you to be part of this great event to progress in the path of enlightenment. Today, I am trying to depict what Geeta and its messages mean to me and the world.   Hare Krishna इतने सवाल नहीं मन में जितने इसमें जवाब है इतनी ख्वाहिशें थी भी नहीं पूरे हुए जितने ख्वाब है   तू कहने को तो है आसान तेरा राज़ ना जान पाया कोई   तेरे रास्ते जो भी चला भवसागर से मुक्ति होई   तू ही दोस्त , तू ही हमराही तू ही माता. तू ही दाता अपने कर्मो के हम बंधी तू हमारी भाग्य विधाता   तू भगवान की वाणी है मैं मुर्ख भूली ये सन्देश जब से तुझको फ़िर से जाना चली पूरा करने तेरा निर्देश   अब कोई ना रहे मेरा काम जाना है अब तो उसके धाम तेरी सेवा में रहूँ मैं, ओ भगवत गीता तूने मिलाया राम और श्याम ना अब, कुछ और है जानना तुझको जान लिया, इसके बाद ना कुछ, बाकी रहा मन में तेरा सार, समझ जाने के बाद   मै प्रयास करती रहूँ सदा मुझे देना, तू इतनी शक्ति कृपा करना हम पर सदा ह

Create your own happiness

  Who can hurt me I want to be free These are my expectations Creating lot of  illusion   Who can stop me It’s my journey These are my thoughts Creating lot of pause   Who can judge me It’s my destiny It’s my thinking Creating lot of stinking   It’s about only me Then why keep agony It’s about my fooliness Stopping  my happiness   Keeping calm and review Will reset my share of dew Only I can set me free Can’t get more agree   It’s my share of sky Will always  fly high   Who can’t let me down Can’t share my crown   It’s only my creation Need to be in direction I may not go that way As it’s my personal highway   It’s Only I vs Me Be better in every degree Be happy and blessed This is what I can suggest Shyamili

मेरी पहचान

  ना शब्दों से होगी ना राहों से होगी मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी तकल्लुफ में भूलाएगी मुमकिन है ना करे याद माना तू किसी और की बांहों मे होगी पर मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी जमीं और आसमान लगे होंगें मिटाने बेगुनाही मेरी बेपाक तू  गुमां में फिर गुनाहों में होगी मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी ना करना कोशिशें फितरत बदलने की अपनी तेरी मासूमियत ही तेरी तरफ से गवाहों में होगी मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी ना बदले मौसम बेवफ़ाई का कभी तेरी खुशबू सदा ही महकी हवाओं में होगी मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी तेरा दर्द एक रोज़ तेरे साथ ही दम तोड़ेगा तू चाहे ना चाहे तब मेरी पनाहो में होगी यूंही चाहूंगा तब तक मै तुझको मेरी सांसे फिर से महसूस दवाओं सी होगी मेरी पहचान मेरे बाद तेरी आहों से होगी श्यामिली

Happy Diwali

Wish you a very Happy Diwali, May Lord Krishna bless all of us. Stay Happy Stay Safe, Celebrate Diwali in Indian style. Make Prashad, spread love and get engage in the services of Lord Vishnu and Maa Laxmi. Let the gratitude take over your whole life stress and Let's start our prayers with Ganesha's prayer ॐ गंगणपतये नमो नम: श्री सिध्धीविनायक नमो नम: अष्टविनायक नमो नम: गणपती बाप्पा मोरया       मिट्टी का माधो, मिट्टी की मै फ़िर क्यूँ चीनी लड़ी जलाये मिट्टी का माधो, मिट्टी की मै फ़िर क्यूँ चीनी लड़ी जलाये श्री राम करेंगे , सब पर कृपा मिट्टी ही से चलो, दीप जलाये   ना मालूम क्या क्या करना है जिद्द है बस, बढते रहना है अपना भी है कुछ, सिस्टम निराला छोड़ा हलदी दूध , टर्मेरिक लात्ते लिया अपनाये छोड़ बाजरा , मैदे का चस्का लगाए कोई तो हम को रास्ता दिखलाए   भूल गए है, गाय है हमारी माता भूल गए है, गाय है हमारी माता गोबर मूत्र उसका, हमको, नहीं है भाता अंग्रेजी दवाओ से जोड़ा अपना नाता उधर, सारी दुनिया ने ली, गाय अपनाए बस भैस के दूध की हम है पीते चाय कर

नदी

मिलना होगा सागर से , उसी का        जो बहती इक नदी होगी चमन गुलज़ार तब ही होगा        जो बीजों में नमी होगी   ना इतना नूर है, तेरी नज़र में की, सोचे तू, क्या है, आगे डगर में ना बेचैन हो , ना कुछ है दर-बदर में       तेरे सामने जिंदगी ,  तेरे कर्मो से बंधी होगी  मिलना होगा सागर से , उसी का        जो बहती इक नदी होगी   ना किरदार तू , है अहम् कैसा        ना खरीदार तू , तुझको भरम कैसा ना कदरदान तू , हो रहा वहम कैसा                 हर अहम की इक दिन ,  बदी होगी          मिलना होगा सागर से , उसी का        जो बहती इक नदी होगी                                     जुल्म की फितरत छोड़ , सर झुका        कर होंसले बुलंद अपने , शुक्र मना दया उसकी, भावना तेरी, वो खैरखां        ना उसकी रहमत में कभी, कमी होगी मिलना होगा सागर से , उसी का        जो बहती इक नदी होगी   श्यामिली

पुराने रिश्ते

Hi, Dearest Bhabhi, Wishing you happiness and joy, now and always. May Babaji bless you. A very Happy Birthday from all of us. Here I am depicting few mixed emotions with due respect, which I always experience on your birthday. I know things have changed, but I refuse to grow up. But again, it's my problem. God bless, stay happy. नया रिश्ता नया एहसास बदली हवा , घुली मिठास बचपन   अपना ,  गुस्ताख हुआ नई भाभी आई थी पास   कभी बधाई , कभी मिठाई भल्लो ने थी , होड़ लगाई बहकी बहकी , थी चहकी चहकी मैं   नई फिज़ा नई सुबह ,  आई थी नई भरजाई   रोज़ नए-नए , उनका मैकअप करना रोज़ का घूमना ,  नई सज्जा करना ना मीठे में कुछ भी भाए उनको रोज़ चावला कुल्फी की फरमाईशें करना   थी मुझसे बहुत , उम्र में बड़ी लगा था मेरी , बनी थी सखी फ़िर बनी थी , मैं फ़िर से बुआ कोपले खिली , थी मंगल घड़ी   ये बात है , बरसो पुरानी अब हो गई है , वो सयानी भूल गई है , समय पुराना ना याद करे ,  ख़तम हुई कहानी   मुझको वो पल याद आते है क्या जाने क्यूँ वो तडपाते है ना जाने क्या हो गई नादानी क्यूँ गहरे रिश्ते खो जाते है क्यूँ गहरे रिश्ते खो जा

याद आएगी तब, तुझको मेरी

Hey Guys, Happy Durga Ashtami to all of you.  May Maa Durga bless all of us.  Stay safe, Stay Happy. Keep reading my blogs. याद आएगी तब, तुझको मेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी आएगा तूफां, चारो और , होगी अँधेरी दुखेगा भी , दिल, फ़िर तड़पेगा भी ना छलकेंगी , आखें, पर , भर आएँगी तेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी   जब सूरज तुझसे , लेगा विदा फूलो से खुशबू , जब होगी जुदा रंग भी तुझसे, होंगे खफ़ा महसूस होगी, ना-मौजूदगी मेरी   याद आएगी तब, तुझको मेरी   दिन रात में होंगे , मीलों से फासले खुद तुझको, तुझसे , कई होंगे गिले मुद्दत हुई होगी, तुझको, तुझसे मिले चमकेंगी बिजली सी , फ़िर तस्वीरे मेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी          जब मुँह में, दाँत नहीं रहेंगे जब सर के बाल, हरदम झडेंगे     सिलवटें खिलेंगी, जब चेहरे पर जान जाने को, बस होगी तेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी   जब मुठ्ठी ख़ाली, खुल जाएगी धूल नज़रों से, धुल जाएगी मौत खौफ़ बनके, मंडराएगी बैचेन होगी, जब रूह भी तेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी याद आएगी तब, तुझको मेरी   श्यामिली  

Happy Birthday to me, Happy Birthday to me, Happy Birthday, Happy Birthday, Happy Birthday to me

Jai Mata Di Hi Guys, How are you. Thank you so much for your love and your wishes. You all made my day, I am truly blessed to have you all in my life. Hope you remember my poetry on my turning forty (http://saturdaywithsheetal.blogspot.com/2018/10/yes-i-am-turning-forty.html) but today my feelings are different, I have turned twenty five again with seventeen years of experience today.  With your wishes, I will try to keep it, at same level for few more years.  So it's my birthday again and I wish my self as well, A very Happy Birthday to me. This excitement, this refreshing feelings are just because of you, and your wishes. Keep motivating me, and keep smiling, keep spreading happiness, you never know who is looking forward to see you. Don't waste your life in nitty gritty of useless matters, and one most important thing, Practice Gratitude, It works like magic works. Trust me, Miracles do happen, we just have to be simple enough to believe in THE SUPREME POWER.  Wishing Happy

संभालों ना

हुई शाम फ़िर  से , जवान है हसरतों में आया उफान है जलते- भुझते ये तारें है चम- च म ता हुआ फ़िर चाँद है   बिखरा बिखरा सा काजल है तेरी ज़ुल्फ़ है या कोई बादल है     लाल  सुर्ख हुए से गाल है ढलका  ढलका सा  आँचल है   न नींद खुले, ना ये हो सपना मिश्री सी घुले, चाहे तपना तुम हो या भीनी सी है ख़ुशबू दिल की धड़कन का, शोर है अपना   नाज़ुक हो, जैसे, कली हो तुम नमकीन मूँग सी, फलीं हो तुम मयखाने भी हो जाए शर्मिंदा खून से नहीं, मय से पली हो तुम             नज़र से नज़र मिलालो ना तुम्हारा हुँ मैं, जतालो ना   मैं टूट के फिर जुड़ जाऊँगा   खेलो दिल से, संभालों ना खेलो दिल से, संभालों ना   श्यामिली

बेटी की दुहाई

  ना राखी ने लाज बचाई ना काम माँ की सीख आई बाबा, सुनलो मेरी पुकार सुनलो , बेटी की दुहाई   ना श्याम ने मेरा थामा आँचल ना हनुमान ने संभाला उस पल   बाबा, पहने थे, कपड़े भी पूरे जी थी मै , संग सपने अधूरे   किया था हमेशा, नापतोल के काम आवाज़ थी नीची, ना था किया, कभी आराम   तुमने कहा था , चूल्हा चौका संभालो भाई पढ़ेगा , तुम गीत, चुपके से गालो   उस फैशन वाली सहेली का संग छोडो वो निर्लज , तुम संस्कारो से रिश्ता जोड़ो   आएगा राजकुमार एक, फ़िर तुम्हारे जीवन में क्यूँ पहलवान बनना , कमसिन फूल बनी रहो तन में   सुबह उठो , कमर कसो , सेवा की करलो तैयारी वो निर्लज, तुम संस्कारी, किस्मत चमकेगी तुम्हारी   बाबा , मैंने तुम्हारी सब मानी तुम्ही थे , सबसे ज्ञानी   आज भला क्यूँ टूट गए मुझसे क्या तुम रूठ गए   साँस पहली तुमने दी थी फ़िर एक साँस लोटा दो ना देखों कैसे ढेर पड़ी हूँ मेरी किस्मत चमका दो ना   मैंने किया जो तुमने बोला पर तुमने थी ना ये बात बताई क्या बचना है राक्षसों से क्यूँ ना थी मुझको कला सिखाई   नारी होना अ