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Showing posts from April, 2021

Happy Birthday Prabhupad ji

On 125th Birthday of Prabhupad ji, which will be celebrated soon, following is my offering   सात्विक जीवन हमको सिखाया कारणों का कारण कृष्ण बताया इस्कॉन भी है प्रभु-पाद की देन गीता भागवत भी सरल बनाया   पशु है वो , जो करे बस ये काम भोजन , मिलन , सुरक्षा और आराम शिक्षा ये प्रभु-पाद ने सिख लाई कैसे पहुँचना है वैकुण्ठ धाम     जानो, क्या खाना, क्या पीना है जानो , कैसे हम को जीना है बस, प्रभु-पाद की बैठो गाड़ी में जानो , क्या खुद से हमने छीना है   क्यूँ इधर उधर भटकना है ढूंढे रस्तो पर बस चलना है हर सवाल का जवाब दिया प्रभु-पाद ने बस सरल हो कर समझना है   कैसे करें तुमको कुछ अर्पण हम ब्धजीव , मैला मन का दर्पण कृपा करो हम पर प्रभु-पाद करे कृष्ण को जीवन समर्पण करे कृष्ण को जीवन समर्पण   हरे कृष्णा श्यामिली

तेरा इश्क़

  आसां कहाँ कभी, ये इश्क़ हुआ है ना ये किसी की, मुँह मांगी दुआ है जिंदगी बदल जाए , हो जाए जो किसी के   ना हो पाए तो, एक रंग है , जो अनछुआ है   किस्मत में सबकी, ये रंग नहीं होता मन चाहे मनमीत का, हरपल संग नहीं होता जिसको मिला वो, सम्भाल भी ना पाया दीवाने कई हुए मगर , हर कोई मलंग नहीं होता   दिल की दुनिया का पता, ना किसी को पता है जिन्हें मोहब्बत हो हुई वो भी लापता है जो डूबेगा इश्क़ में , वो लगेगा पार, जो डूब ना पाए, सम्झें बस , उनकी खता है   दिल का दर्द तो जाए पर दाग ना जाए तडप रहे बरकरार इश्क़ की आग ना जाए हर आहट पे नई आस भी हो प्यास भी हो लफ्ज़ चाहे खो जाए पर इश्क़ का राग ना जाए     श्यामिली

बचपन

तेरे आने से शायद, लौट आए बचपन वर्ना चालीस में, उम्र हो गयी है पचपन तेरे आने से शायद, लौट आए बचपन फ़िर जीने लगे शायद, लौट आए लड़कपन   तन और मन , ना जाने क्यूँ , भारी-भारी है क्या सुध  है , ना जाने, क्या तैयारी है तूने जगाया , खूब घुमाया , बढाई मेरी धडकन तेरे आने से जैसे, लौट आया है बचपन   तूने सराहा , तूने निखारा , और नया विश्वास दिया नई उम्मीद, नए सपने , और हर्षोउल्लास दिया अब मुस्कान नई है, ना बाकी रहा कोई कम्पन अब मुस्कान नई है, ना बाकी रहा कोई कम्पन तेरे आने से शायद, लौट आया है बचपन   मै बदला , बदला मेरे जीने का ढंग पंछी हूँ अब , मन को मिली नई उमंग ना ख्वाहिश कोई बाकी रही , ना रही कोई मन में उलझन तेरे आने से यकीनन , लौट आया है बचपन तेरे आने से यकीनन , लौट आया है बचपन   श्यामिली 

तुम्हारा इंतज़ार है

  दिल की दिल में रह गई , बात ना हुई दिन तो मेरा ढल गया , रात ना हुई शाम फ़िर जवां हुई , तुम सवार दो तुम्हारा इंतज़ार है तुम सवार दो तुम्हारा इंतज़ार है   हम उधर थे रुक गए, तेरी राह में बैठे है दिल बिछाये, तेरी चाह में हो रही है इन्तेहाँ मेरे प्यार की तुम्हारा इंतज़ार है तुम पुकार लो तुम्हारा इंतज़ार है   आँख यूँ खुली खुली, नम ही जाएगी, याद मेरी तुमको मेरे, बाद आएगी वक़्त अब भी है ज़रा , तुम संभाल लो       तुम्हारा इंतज़ार है तुम संभाल लो तुम्हारा इंतज़ार है   अब भी ना आए तुम, कैसे गाए हम साँस भी है थम गई , मर न जाएँ हम लाज़मी है अब करार, क्यूँ बेकरार हो       तुम्हारा इंतज़ार है तुम क्यूँ बेकरार हो तुम्हारा इंतज़ार है     श्यामिली