शुक्रिया तेरा ज़िंदगी
On the occasion of Teacher’s Day, I am dedicated my today’s thoughts to my favourite teacher “ZINDAGI”
शुक्रिया तेरा ज़िंदगी,
मुझको समझने और समझाने के लिए
बारम्बार चलने के लिए,
मेरे साथ खुलके मुस्कुराने के लिए
कभी माँ मेरी बनके मिली
कभी बेटी के मुखपे तू खिलीं
कभी भाई बनके आस जगाई
कभी साथी बनके साथ चली
तू राह हमेशा दिखाती रहीं
शुक्रिया मेरा साथ निभाने के लिए
शुक्रिया तेरा ज़िंदगी,
मुझको समझने और समझाने के लिए
हाँ, बचपन मेरा बीत गया
तू बचपना मेरा छीन के बता
तू दिल भी है और धड़कन भी
कब जाने, क्या हो गयी, मुझसे ख़ता
कभी पता ना अगले पल का चला
शुक्रिया हर पल डराने के लिए
शुक्रिया तेरा ज़िंदगी,
मुझको समझने और समझाने के लिए
तू चाँद पे मुझको लेकर गयी
कभी घर से निकलने में भी था हरज़ा
कभी ये समझने में निकल गयी
हरे नीले डब्बे में क्यूँ डाले कचरा
विज्ञान कभी, कभी अद्यातम मैं लगे
शुक्रिया हर पल मुझे जीवाने के लिए
शुक्रिया तेरा ज़िंदगी,
मुझको समझने और समझाने के लिए
कभी खट्टी लगे, कभी मिठठी सी
कभी मिलके रहे, कभी रूठी सी
कभी कड़वी एक दवा से लगे
कभी मुझको जलाए अंगीठी सी
मुझे हर आँच पे तपाने के लिए
शुक्रिया मुझे कुँदन सा चमकाने के लिए
शुक्रिया तेरा ज़िंदगी,
मुझको समझने और समझाने के लिए
कभी राधा बनूँ, कभी मीरा बनूँ
मैं तेरे हर कहने पे चलूँ
तू मेरी मोहन बनके रहे
मैं तेरा ही नाम जपती फिरूँ
तेरे रूप अनेक, तू फिर भी एक
शुक्रिया मुझको लुभाने के लिए
शुक्रिया तेरा ज़िंदगी,
मुझको समझने और समझाने के लिए
श्यामिली
Keep writing very nice
ReplyDeleteMadam, very nice bas aise hi aage badte chalo, iss se bht log motivate hote hai.
ReplyDeleteLekin school, college ke teacher's k lessons real life mey to kaam nhi aaye, real life m to sabse badi teacher zindagi hai.
@vikram
Nice thoughts mam.keep it up
ReplyDeleteVery nice dear 👏🏻👏🏻👏🏻
ReplyDeleteKeep writing!!!!!! Keep shining !!!
👌 very nice poem, mam.
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ReplyDeleteकभी राधा बनूँ, कभी मीरा बनूँ
मैं तेरे हर कहने पे चलूँ
तू मेरी मोहन बनके रहे ...बहुत ही सुंदर