देखते देखते देखो, क्या हो गया
देखते देखते देखो,
क्या हो गया
मन यही था अभी,
फ़िर कहाँ खो गया
किस कदर प्यार है
ओ मेरे हमनशी
देखते देखते
सब तेरा हो गया
आई ना याद भी,
चाहे हम खो गए
पाना था बस तुझे,
गैर के हो गए
भूले तुम इस कदर,
क्या कहे जानेमन
देखते देखते
तू खुदा
हो गया
धुल की परतें है,
मै हटा लूँ मगर
राख़ ही राख़ है,
मै
हवा दूँ अगर
तेरा नाम इस कदर,
मेरे सीने में है
देखते देखते
दम हरा
हो गया
कुछ ना पाया,
जो खोया तुझे, शुक्रिया
ना कोई याद आया,
जब
भुलाया तुझे, शुक्रिया
इस कदर साफ़ है,
ज़िन्दगी की बही
देखते देखते
हर
हर्फ़ हवा हो गया
देखते देखते देखो,
क्या हो गया
मन यही था अभी,
फ़िर कहाँ खो गया
किस कदर प्यार है
ओ मेरे हमनशी
देखते देखते
सब तेरा हो गया
श्यामिली
Bahut bahut khoobsoorat
ReplyDelete👌👌
ReplyDeleteSundar.....
ReplyDelete👌
ReplyDeleteWell said ma'am 👌👍
ReplyDelete👍👍👍
ReplyDeleteVery nice maam
ReplyDeleteबहोत ही उम्दा और बेहतरीन, लाज़वाब लिखा है आपने ।।।
ReplyDeleteMadam, your subject changing pattern is unbelievable.
Really, really excellent presentation.
Keep going madam 😙
@vikram
देखते देखते देखो, क्या हो गया
ReplyDeleteExcellent
Nice lines mam, words selection is awesome...
ReplyDeleteKamaal ho gya🤗🤗
ReplyDeleteSuperb mam👍👍🙏
ReplyDeleteHar Harf Hawa Ho gaya.. clear indication of a Spiritual connection!!! Seems to be long drawn Journey. Keep it up.
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