तुम्हारा इंतज़ार है
दिल की दिल में रह गई, बात ना हुई
दिन तो मेरा ढल गया, रात ना हुई
शाम फ़िर जवां हुई, तुम सवार दो
तुम्हारा इंतज़ार है
तुम सवार दो
तुम्हारा इंतज़ार है
हम उधर थे रुक गए, तेरी
राह में
बैठे है दिल बिछाये,
तेरी चाह में
हो रही है इन्तेहाँ मेरे
प्यार की
तुम्हारा इंतज़ार है
तुम पुकार लो
तुम्हारा इंतज़ार है
आँख यूँ खुली खुली, नम
ही जाएगी,
याद मेरी तुमको मेरे,
बाद आएगी
वक़्त अब भी है ज़रा, तुम संभाल लो
तुम्हारा इंतज़ार है
तुम संभाल लो
तुम्हारा इंतज़ार है
अब भी ना आए तुम, कैसे
गाए हम
साँस भी है थम गई, मर न जाएँ हम
लाज़मी है अब करार, क्यूँ
बेकरार हो
तुम्हारा इंतज़ार है
तुम क्यूँ बेकरार हो
तुम्हारा इंतज़ार है
श्यामिली
Jai shree Krishna
ReplyDeleteSuperb Madam
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteMadam, काश मै भी आप जैसा लिख सकता,
ReplyDeleteबहोत्त ही शानदार लिखा हैं आपने...
Super Duper
Keep going madam,our wishes are with you.
@Vikram
Very nice
ReplyDelete👌👌very nice
ReplyDeleteअब भी न आए तुम , कैसे गाएं हम । सांस भी है थम गई , मर न जाएं हम ।।
ReplyDeleteमैडम आपने रीति काल के कवि बिहारी और मीरा की याद दिला दी । Super se bhi upar ,
Awesome mam
ReplyDeleteआपकी ये कविता दिल की गहराईयों से निकली है। अति उत्तम..
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