तूने मुझको बनाया
था, तूने मुझको बनाया पर लगा, मैंने ही मुझको बनाया तूने छोड़ा ना, कभी मुझको अकेला पर, खुदक़ो था, अकेला ही पाया तो मान लिया, मैंने मुझको बनाया ये जन्म, ये जन्म था मेरा, बिलकुल तेरा दो पल को ही था, लगना इसमें डेरा, फिर क्यूँ हर पल, फिर क्यूँ हर पल, था मेरा मन भरमाया नादान थी मैं, नादान थी मैं, कुछ समझ ना आया था, तूने मुझको बनाया था, तूने मुझको बनाया पर फिर मान लिया, मैंने मुझको बनाया तेरे साथ से ही, तेरे साथ से ही, सदा से ही थी खड़ी मैं पर जाने क्यूँ थी, सब से लड़ी मैं तेरे हाथ थी, डोरी थी बाँह, थी बाँह तूने मरोड़ी क्यूँ मन मेरा ये समझ ना पाया तू था, तू था मेरे लिए रूप बदल के आया था, तूने मुझको बनाया पर मुझको लगा, मैंने ही मुझको बनाया वो ना हार थी मेरी वो ना, हार थी मेरी हाँ, पर, सीख थी मेरी वो बस थोड़ा सा, वो बस थोड़ा सा, रोष था मेरा लगा क़िस्मत पे, जो दोष था मेरा पर आज फिर पर आज फिर बात समझ ये आयी प्रारब्ध था मेरा, ना थी क़िस्मत की लड़ाई तूने कैसे कैसे जाने कैसे कैसे था समझाया नादान थी मैं, हा...