तेरा दर्शन किंवे पान्वा, मेरे ठाकुरा

तेरा दर्शन किंवे पान्वा, मेरे ठाकुरा 
किंवे मैं, दिल दी प्यास भुझावाँ, मेरे ठाकुरा
तेरे दर्शन नू ललचावाँ, मेरे ठाकुरा
किंवे मैं, दिल दी प्यास भुझावाँ, मेरे ठाकुरा

दो दिन बीत ग़एँ, दोवी बीत जानगे
जे, तूना आया हुनवि, अस्सी क़ीद्दर जाँवाँगे
किंवे, किंवे,
किंवे, घर तेनु बुलावाँ, मेरे ठाकुरा
किंवे मैं, दिल दी प्यास भुझावाँ, मेरे ठाकुरा
तेरा दर्शन किंवे पान्वा, मेरे ठाकुरा
तेरे दर्शन नू ललचावाँ, मेरे ठाकुरा

अन्नी अख़खा, होन्या ने, राह फेरवी देख दिया
हर वैले, ऐ खोईयाँ ने, रस्ता ही उडीक दिया
किंवे, किंवे,
किंवे, नैना नू रसते लाँवाँ, मेरे ठाकुरा
किंवे मैं, दिल दी प्यास भुझावाँ, मेरे ठाकुरा
तेरा दर्शन किंवे पान्वा, मेरे ठाकुरा
तेरे दर्शन नू ललचावाँ, मेरे ठाकुरा

तू ईद्दर आन्ना वें, मैं, उथ्ते मूड जान्नी आँ
तेरे मन्दर आंके वी, बाहर धयाँन लग़ानी आँ
किंवे, किंवे,
किंवे, धयाँन तेरे ते लाँवाँ, मेरे ठाकुरा
किंवे मैं, दिल दी प्यास भुझावाँ, मेरे ठाकुरा
तेरा दर्शन किंवे पान्वा, मेरे ठाकुरा
तेरे दर्शन नू ललचावाँ, मेरे ठाकुरा

जो है वो तेरा है, लगदाँ फेरवी मेरा है
जाणा कुझनई नाल मेरे, दुनियाँ रेन बसेरा है
किंवे, किंवे,
किंवे, मन्नू, हून्न समझावाँ, मेरे ठाकुरा
किंवे मैं, दिल दी प्यास भुझावाँ, मेरे ठाकुरा
तेरा दर्शन किंवे पान्वा, मेरे ठाकुरा
तेरे दर्शन नू ललचावाँ, मेरे ठाकुरा

विनती अपनी, सुन लयों, तूससी दीन दयाल हों
ख़ोटे कर्म बख़्श दयो, तूससी तारण हार हों
किंवे, किंवे,
किंवे, क़र्मा नू बख़्शावाँ, मेरे ठाकुरा
किंवे मैं, दिल दी प्यास भुझावाँ, मेरे ठाकुरा
तेरा दर्शन किंवे पान्वा, मेरे ठाकुरा
तेरे दर्शन नू ललचावाँ, मेरे ठाकुरा

तू क़वें तू मेरा वें, मैं क्वां, मैं तेरी आँ
तेरी मेरी गल रवें, मिट्टी दी मैं, ठेरी आँ
मिटके, मिटके,
मिटके, तेरे विच मिल जाँवॉ, मेरे ठाकुरा
ओ मिटके, दिल दी प्यास भुझावाँ, मेरे ठाकुरा
तेरा दर्शन रझरझ पान्वा, मेरे ठाकुरा
फ़ेरवी दर्शन नू ललचावाँ, मेरे ठाकुरा।


       श्यामिली

Comments

  1. Madam,अति सुंदर,रब की रब ही जाने।।।

    @Vikram

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  2. हे मेरे कान्हा.....
    जो सुख तेरा नमन करने में ............
    ....वो सुख....
    कहाँ खजाने में........!!
    तेरे नाम से निकले आँसू ...............
    ....वो सुख....
    कहाँ जमाने में........!!!!

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  3. अन्नी अख्खा ?

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    Replies

    1. Blind eyes, phrase that my eyes are getting too tired in your wait, now can't see anything else and can't wait more

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