मेरे तो प्रभु, तुम हनुमान

मेरे तो प्रभु, तुम हनुमान
भक्ति भाव का, देते ज्ञान
संकट में सदा, याद हो आते
विपदा में रहता, तेरा गुणगान
मेरे तो प्रभु, तुम हनुमान
भक्ति भाव का, देते ज्ञान
तुमने पाला, तुमने सम्भाला
तुमसा ना कोई, दीन दयाला
भटके मन को, रसते पे लाते
करते कभी ना, तुम अभिमान
मेरे तो प्रभु, तुम हनुमान
भक्ति भाव का, देते ज्ञान
राम-नाम सदा, जपते जाते
राम ही जीतें, राम ध्याते
भगतो के बस, तुम ही कहलाते
मर्यादा को जीते तुम हर पल,
हर पल रहते अंतरध्यान
मेरे तो प्रभु, तुम हनुमान
भक्ति भाव का, देते ज्ञान
ना कोई द्वार से खाली जाए
कृपा इतनी जी रखओ बनाए
अंतरमन में तुमको ध्याए
रहे निश्चल मन, करदो निदान
मेरे तो प्रभु, तुम हनुमान
भक्ति भाव का, देते ज्ञान
मेरे तो प्रभु, तुम हनुमान
मेरे तो प्रभु, तुम हनुमान।        

श्यामिली

Comments

  1. संकट कटै मिटै साब पीरा जो सुमिरो हनुमत बलवीरा ....संकट में सदा याद हो आते
    विपदा में हो तेरा गुणगान मेरे तो प्रभु तुम हो हनुमान..जय श्री राम !!

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  2. Jai bajrang Bali..... tum sada aise he likhte raho

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  3. बोलो सालासर बालाजी हनुमानजी की जय....
    आप हमेशा अच्छा लिखते रहे और सदा खुश रहे.

    @ vikram

    ReplyDelete

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