कर्म
तू, करके तो देख
बस एक बार, करके तो
देख
वहम मन के, निकल
जायेंगे
पत्थर दिल भी, पिघल जायेंगे
गम के बादल, छट
जायेंगे
तू नज़र अपनी, बदलके तो
देख
बस एक बार, करके तो
देख
जिंदगी रंगी हो जाएगी
संग तेरे फिर, मुस्कुराएगी
वारी-वारी, भी जाएगी
तू इसमें रंग, भरके तो
देख
बस एक बार, करके तो
देख
घनघोर घटा को, छाने दे
मौसम को रंग, दिखाने दे
बिजली को जोर, लगाने
दे
तू एक कदम, बढके तो
देख
तू एक बार, करके तो
देख
मायूस है क्यूँ, अभी आस तो है
कारवाँ होगा, विश्वास
तो है
ना छाँव मिले, संग धूप
तो है
जिंदगी की खाक में,
मिलके तो देख
बस एक बार, करके तो
देख
वीरान है आज, कल हरा
होगा
खुदसे तू खूब, लड़ा
होगा
हर गम से जीवन, बड़ा
होगा
जख्मो की दवा, बनके तो
देख
तू एक बार, करके तो
देख
ना मंजिल कोई, सफ़र और भी है
ना मुड़ पीछे, हमडगर और
भी है
खुल के जी, मरने की सिवा, डर और भी है
पंछी बन, एक बार, उडके तो देख
बस एक बार, करके तो
देख
तू, करके तो देख
श्यामिली
Bahut aachi motivation ko sambodit
ReplyDeleteजिंदगी की में मिलके तो देख , जख्मी की दवा बैंक तो देख ,
ReplyDeleteबहुत ही सुंदर मैडम । It's really amazing set of ward with meaningful poem.🙋🙋🙋🙋🙏🙏🙏
👌
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर..इंसान को कभी भी हार नहीं माननी चाहिए।
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