हज़ारों हसरतो को किसी तरह आराम आ जाए
हज़ारों हसरतो को किसी तरह आराम आ जाए
नाकाम ज़िंदगी जो उसके काम आ जाए
मैं टूटके यूँ बिखर गया राह में उसकी-2
लहू मेरा उसकी अलता के ही काम आ जाए
हज़ारों हसरतो को किसी तरह आराम आ जाए
वो ख़ुद आएगा पीछे, मैं सोच ये, आगे निकल गया
वो भी धुन में था अपनी, उसे नया रास्ता जो मिल गया
चकाचोंध कभी तो होगी ख़त्म, उम्र उसकी भी ढलेंगीं-2
पता मेरा, देते रहना उसे, शायद कोई पैग़ाम आ जाए
हज़ारों हसरतो को किसी तरह आराम आ जाए
ज़हन में आरज़ू क्या थी, बयाँ करे किसीको हम कैसे-2
ज़िंदगी मुक़ल्लम उसी से थी, नज़्म बेबाक़, पढ़े ये हम कैसे
ख़ुद को तो भूल गया, मगर ना पा सका उसको-2
कहीं उससे मिलने से पहले, ना मेरा अंजाम आ जाए
हज़ारों हसरतो को किसी तरह आराम आ जाए
रूह को अब भी, बैचैन करता है मेरी, मेरा उससे वास्ता-2
समय जब आख़िरी हो, बदल देना, जनाज़े का रास्ता
ना ख़बर, लगने देना, मेरे जाने की उसको -2
मेरे बाद गर वो टूट्टा, तो ना मेरा, नाम आ जाए
हज़ारों हसरतो को किसी तरह आराम आ जाए
शीतल खुराना
नाकाम ज़िंदगी जो उसके काम आ जाए
मैं टूटके यूँ बिखर गया राह में उसकी-2
लहू मेरा उसकी अलता के ही काम आ जाए
हज़ारों हसरतो को किसी तरह आराम आ जाए
वो ख़ुद आएगा पीछे, मैं सोच ये, आगे निकल गया
वो भी धुन में था अपनी, उसे नया रास्ता जो मिल गया
चकाचोंध कभी तो होगी ख़त्म, उम्र उसकी भी ढलेंगीं-2
पता मेरा, देते रहना उसे, शायद कोई पैग़ाम आ जाए
हज़ारों हसरतो को किसी तरह आराम आ जाए
ज़हन में आरज़ू क्या थी, बयाँ करे किसीको हम कैसे-2
ज़िंदगी मुक़ल्लम उसी से थी, नज़्म बेबाक़, पढ़े ये हम कैसे
ख़ुद को तो भूल गया, मगर ना पा सका उसको-2
कहीं उससे मिलने से पहले, ना मेरा अंजाम आ जाए
हज़ारों हसरतो को किसी तरह आराम आ जाए
रूह को अब भी, बैचैन करता है मेरी, मेरा उससे वास्ता-2
समय जब आख़िरी हो, बदल देना, जनाज़े का रास्ता
ना ख़बर, लगने देना, मेरे जाने की उसको -2
मेरे बाद गर वो टूट्टा, तो ना मेरा, नाम आ जाए
हज़ारों हसरतो को किसी तरह आराम आ जाए
शीतल खुराना
हसरतें ही तो हैं जो साँस लेने को मजबूर करती हैं..! बहुत शानदार..
ReplyDeleteShukriya
DeleteOne of the best creation mam.....wow.....
ReplyDeleteख़ुद को तो भूल गया, मगर ना पा सका उसको-2
कहीं उससे मिलने से पहले, ना मेरा अंजाम आ जाए
One more feather in your cap mam.....👌
आँखों का था क़ुसूर न दिल का क़ुसूर था
आया जो मेरे सामने मेरा ग़ुरूर था
वो थे न मुझसे दूर न मैं उनसे दूर था
आता न था नज़र को नज़र का क़ुसूर था।
Amazing, truly motivated
Deleteबहोत खूब.......mam..
ReplyDeleteVikram
DeleteThank you
Deleteवो ख़ुद आएगा पीछे, मैं सोच ये, आगे निकल गया
ReplyDeleteवो भी धुन में था अपनी, उसे नया रास्ता जो मिल गया
Too Good n Classy.It was a Delight to read this. Keep Writing n Keep Inspiring. Proud of You.
मुकम्मल होंगे सब सपने, खुश्बू बिखरेगी गुलिस्तां में
Deleteहम राहों की समझ रखते है, बस वो परवाज़ आ जाए
Hoga
ReplyDeleteKya baat Kya baat....
ReplyDeleteTruly inspiring
ReplyDeleteInspiring, OMG
DeleteGrt mam
ReplyDeleteSaturdays r really getting motivational...😊
Motivation from today's, OMG
ReplyDeleteAmazing truly motivational poetry
ReplyDeleteVery nice lines
ReplyDelete@ pankaj
Very good lines mam.
ReplyDeleteहज़ारों हसरतो को किसी तरह आराम आ आए...इंसान की हसरते ही उसे जिन्दादिल बनाती है ..बहुत ही खूबसूरत लाइन लिखा है आपने ..
ReplyDeleteउम्दा
ReplyDeleteLovely lines maam
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