तुम हो
मेरे दिल से, मेरी रूह में
बस बसे तुम हो
मेरा होने की, ना होने की
वजह तुम हो
थे मेरे तुम
भी अपने
थी तुमसे ही
मोहब्बत
टूटा दिल जब
ये जाना
सपने झूठे
थे वो बेबस
वजह तुम हो
हाँ, वजह
तुम हो
मेरी आह की
मेरी चाह की
अब जुबां तुम
हो
मेरा होने
की, ना होने की
वजह तुम हो
कभी तो तेरी यादों के
किस्से चल जाते है
कभी तो यूँ चलते चलते
सपने मिल जाते है
देखें तो साथ मेरे
परछाई भी बहुत है
अब बिन तेरे जीने को
तन्हाई ही बहुत है
वजह तुम हो
मेरे हसने का, मेरे रोने का
सिलसिला तुम हो
मेरा होने की, ना होने की
वजह तुम हो
कभी तो सूनी साँसे
मेरी
तुझसे कतराती है
कभी कभी बैचेनी मेरी
तुमसे टकराती है
तूने जो मुझको बांटे
वो आँसू अब नहीं है
तेरे संग थे जो काटे
वो लम्हे अब नहीं है
वजह तुम हो
हाँ, वजह तुम हो
मेरे बनने से मेरे बिखरने
की
दास्ताँ तुम हो
मेरा होने की, ना होने की
वजह तुम हो
श्यामिली
Awesome
ReplyDeleteVery very heart touching presentation.
ReplyDeleteExcellent.... keep going ma;am
@vikram
nice
ReplyDeleteGood one !!
ReplyDeleteGood one !!
ReplyDeleteSuch a heartfelt piece of writing!!
ReplyDeleteBahut achha hai
ReplyDelete.........वज़ह तुम हो ..बहुत ही सुन्दर।
ReplyDeletenice 👌
ReplyDeleteGrt..
ReplyDeleteWah wah
ReplyDeleteIt's very true madam , we all are here in this world due to almighty God .nothing without God. Dinesh
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteHeart touching lines.very nice
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