तुम हो


मेरे दिल से, मेरी रूह में   

बस बसे तुम हो

मेरा होने की, ना होने की

वजह तुम हो

थे मेरे तुम भी अपने

थी तुमसे ही मोहब्बत

टूटा दिल जब ये जाना

सपने झूठे थे वो बेबस   

वजह तुम हो

हाँ, वजह तुम हो

मेरी आह की मेरी चाह की

अब जुबां तुम हो

मेरा होने की, ना होने की

वजह तुम हो

 

कभी तो तेरी यादों के 

किस्से चल जाते है

कभी तो यूँ चलते चलते

सपने मिल जाते है

देखें तो साथ मेरे

परछाई भी बहुत है

अब बिन तेरे जीने को

तन्हाई ही बहुत है

वजह तुम हो

हाँ, वजह तुम हो

मेरे हसने का, मेरे रोने का

सिलसिला तुम हो

मेरा होने की, ना होने की

वजह तुम हो

 

कभी तो सूनी साँसे मेरी

तुझसे कतराती है

कभी कभी बैचेनी मेरी

तुमसे टकराती है

तूने जो मुझको बांटे

वो आँसू अब नहीं है

तेरे संग थे जो काटे

वो लम्हे अब नहीं है

वजह तुम हो

हाँ, वजह तुम हो

मेरे बनने से मेरे बिखरने की

दास्ताँ तुम हो

मेरा होने की, ना होने की

वजह तुम हो

 

श्यामिली

  

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