ना हूँगी मैं, ना मुझको मनाना होगा
ना हूँगी मैं,
ना मुझको मनाना होगा
ना रूठना होगा, मुझसे ,
ना दूर जाना होगा
मेरे बगेर भी जीवन है
जान जाओगे
ना बज़म होगी कहीं मेरी
ना तुमको गाना होगा
ना हूँगी मैं,
ना मुझको मनाना होगा
कई मुरीद तेरे जग में
एक हम तो नहीं
कई तो होंगे मगर
ना हमसा दीवाना होगा
ना हूँगी मैं,
ना मुझको मनाना होगा
श्यामिली
ना होंगी मै तो क्या होगा,जेहन खाली दिल भरा होगा।होन्गे मुरीद कई भीड़ में भी तू तन्हा होगा।।
ReplyDeleteबहुत खूब
Madam, इस बार काफी deep लिखा hai आपने.
ReplyDeleteआप भी यही रहोगे और हम आपको हमेशा मनाते रहेंगे
वैसे इस बार सबसे बेहतर है madam, लेकिन मैडम इस बार थोड़ी सी negativity लग रही हैं, पड़ने में. But anyways very beautiful presentation ma'am.
@vikram
उदासियों की वजह तो बहोत हैं ज़िन्दगी में, पर बेवजह खुश रहने का मज़ा ही कुछ और है..
ReplyDeleteमाना थोड़ा मुश्किल हैं पर नामुमकिन नही.
@Vikram
I Don't CARE WHAT IT IS IN LIFE:
ReplyDeleteLISTEN TO YOUR HEART,
IF U DO,NO MATTER WHAT YOU WIN.
@ Struggling Shayar
👌
ReplyDeleteI don't care what it is in life:
ReplyDeleteListen to your heart
If you do,no matter what you win.
@ Struggling Shayar
सिमटते जा रहे हैं,
ReplyDeleteदिल और ज़ज्बातों के रिश्ते...
सौदा करने में जो माहिर हैं,
बस वही कामयाब हैं...
बहोत अच्छा लिखा है आपने!!
ReplyDeleteचलता रहूँगा मै पथ पर,
चलने में माहिर बन जाउंगा,
या तो मंज़िल मिल जायेगी,
या मुसाफिर बन जाउंगा !
ना हूँगी मैं
ReplyDeleteना मुझको मनाना होगाना रूठना होगा मुझसे ,
ना दूर जाना होगा ..बात तो आपने लाख फतेह की है ..रूठना तो बस एक फ़साना है ..आप भी यहीं है हम यहीं है बस आप्को मनाना है ..
ना होगे तुम पर तेरा वाजुध तो चर्चा में रहे गा
ReplyDeleteतेरी खुशबू से चमन महका रहे गा
ना होगे तुम पर तेरा वाजुध तो चर्चा में रहे गा
ReplyDeleteतेरी खुशबू से चमन महका रहे गा
अनुपम काव्यात्मक श्रद्धांजलि।
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