Hellossss everyone, A very Happy Valentine week to all of you. Hope you, guys are enjoying your week. I just want to understand Whether it is a week of love, or you have love for a week. And imagine how things were going around before 20-25 years back, when valentine was not so common. People were in love, trust me, things were all ok. Rather better. With no offences, I would like to represent Love from a different prospective. Hope you all will like it. वैलेंनटाइन की रीत बनाई सुध-बुध अपनी, गई बिसराई प्रेम की चलो, देखे परिभाषा प्रेम-रीत, सदा से चली आई फूलों का खिलना, प्रेम है सूरज का ढलना, प्रेम है मीरा की आस, प्रेम है राधा का प्रयास, प्रेम है मात पिता का प्रेम, वात्सल्य भाई बहन का प्रेम, अतुल्य कृष्ण सुदामा, सखा प्रेम का भाव लोक लाज भी, है प्रेम स्वभाव वर्षो का अभ्यास, प्रेम है अपनों पर विश्वास, प्रेम है सीता माता बेदाग़, प्रेम है भीष्म का परित्याग, प्रेम है शबरी की जूठन, राम ने खाई हिस्से लक्ष्मण के, संजीवनी आई धागा प्रेम का, था ऐसा बाधा उर्मिला जी थी, जीवन आधा गोपियों
ना होंगी मै तो क्या होगा,जेहन खाली दिल भरा होगा।होन्गे मुरीद कई भीड़ में भी तू तन्हा होगा।।
ReplyDeleteबहुत खूब
Madam, इस बार काफी deep लिखा hai आपने.
ReplyDeleteआप भी यही रहोगे और हम आपको हमेशा मनाते रहेंगे
वैसे इस बार सबसे बेहतर है madam, लेकिन मैडम इस बार थोड़ी सी negativity लग रही हैं, पड़ने में. But anyways very beautiful presentation ma'am.
@vikram
उदासियों की वजह तो बहोत हैं ज़िन्दगी में, पर बेवजह खुश रहने का मज़ा ही कुछ और है..
ReplyDeleteमाना थोड़ा मुश्किल हैं पर नामुमकिन नही.
@Vikram
I Don't CARE WHAT IT IS IN LIFE:
ReplyDeleteLISTEN TO YOUR HEART,
IF U DO,NO MATTER WHAT YOU WIN.
@ Struggling Shayar
👌
ReplyDeleteI don't care what it is in life:
ReplyDeleteListen to your heart
If you do,no matter what you win.
@ Struggling Shayar
सिमटते जा रहे हैं,
ReplyDeleteदिल और ज़ज्बातों के रिश्ते...
सौदा करने में जो माहिर हैं,
बस वही कामयाब हैं...
बहोत अच्छा लिखा है आपने!!
ReplyDeleteचलता रहूँगा मै पथ पर,
चलने में माहिर बन जाउंगा,
या तो मंज़िल मिल जायेगी,
या मुसाफिर बन जाउंगा !
ना हूँगी मैं
ReplyDeleteना मुझको मनाना होगाना रूठना होगा मुझसे ,
ना दूर जाना होगा ..बात तो आपने लाख फतेह की है ..रूठना तो बस एक फ़साना है ..आप भी यहीं है हम यहीं है बस आप्को मनाना है ..
ना होगे तुम पर तेरा वाजुध तो चर्चा में रहे गा
ReplyDeleteतेरी खुशबू से चमन महका रहे गा
ना होगे तुम पर तेरा वाजुध तो चर्चा में रहे गा
ReplyDeleteतेरी खुशबू से चमन महका रहे गा
अनुपम काव्यात्मक श्रद्धांजलि।
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