जाने वाले चले गए, उनकी याद बस बाक़ी है


जाने वाले चले गए
उनकी याद, बस बाक़ी है
उनके लिए क्या नहीं किया
ये एहसास ही बाक़ी है

धूप में छांव से थे वो
ख़ुद ही गाँव से थे वो
आँसू बह के सूख गए
मन में घाव ही बाक़ी है
उनके लिए क्या नहीं किया
ये एहसास ही बाक़ी है

वो हमसे दूर कैसे होंगे
हम मजबूर कैसे होंगे
हर क़दम पे उनके निशाँ होंगे
बस हमको चलना बाक़ी है
जाने वाले चले गए
उनकी याद बस बाक़ी है

एक दिन सबको जाना है
फिर काहे को इतराना है
दिल को कुछ हल्का ही रख्खो
अभी, वक़्त का मोहरा बाक़ी है
जाने वाले चले गए
उनकी याद बस बाक़ी है

बीपी, शुगर और कई ग़म
उम्रों से ना माने हम
मुठी रेत की खोल दें
पैमाना जब तक बाक़ी है
जीते जी उनको भी देंखे
सम्भाले जो भी बाक़ी है
जाने वाले चले गए
उनकी याद बस बाक़ी है


श्यामिली

Comments

  1. Touching and lovely crafted....

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  2. Very appropriate understanding and explanation of the various emotions of life and relationships

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  3. एक दिन सबको जाना है
    फिर काहे को इतराना है...जिंदगी एक फ़लसफ़ा थी अब तो बस फ़साना है ..बहुत ही सुन्दर

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  4. एक दिन सबको जाना है
    फिर काहे को इतराना है...जिंदगी एक फ़लसफ़ा थी अब तो बस फ़साना है ..बहुत ही सुन्दर

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  5. Madam, आपने आज बहोत ही खूब लिखा है, मेरे स्टेटस में तो डेली कुछ ना कुछ लिखा होता है । भगवान करे आपकी ये बात सब को समझ आ जाये, लेकिन ऐसा होगा नही, फिर भी बहोत ही बेहतरीन लिखा है।
    हर बार पहले से बहोत ही बेहतर नही बेहतरीन।।।

    @ Vikram

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  6. Jo Maa Papa ko Jeet sakte hain na wo Duniya Ko Jeet sakte hain aur jo Unhe Jit Nahi Sakte wo kisi ko bhi nahin Jeet Sakte aur wo badnaseeb hote hai.

    Vikram

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  7. Thank you so much guys for your comments

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  8. Very nice Sheetal. Keep it up

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