झूला झूलाऊँ
A very Happy Janamasthami to all of you, May Kanha bless you with all his Leelas’ and help you to attain your destiny.
तेरी सूरत, कभी लगे, मन मोहिनी
तेरी मूरत, कभी लगे, लुभावनी
कभी तू लगे, मेरा लाल, कभी मेरा सखा
कभी बस, राधा संग, लगे सोहिनी
चाहके भी तुझको, मैं ना भूल पाऊँ
चाहत में तेरी, सुध भुध बिसराऊँ
दिल माँगे मेरा, कृपा हो जाए तेरी,
दिन और रात मैं, तुझको झूला झूलाऊँ
ना माखन बनाना, आए मुझको
ना मिस्री का स्वाद, भाए मुझको
ना सीधे साधे रास्तों पे चली मैं
ना तुझको मनाना आए मुझको
आज कैसे कैसे, तुझको मैं रिझाऊँ
आज कैसे मैं, बस तेरे गीत गाऊँ
दिल माँगे मेरा, कृपा हो जाए तेरी,
दिन और रात मैं, तुझको झूला झूलाऊँ
तेरी याद जब- जब, आती है, आँसू देके जाती है
तू साथ मेरे है फिर, कैसी ये उदासी है
कहकहें भी बहुत हैं, है तेरी मेहरबानी
ना फिर भी बन पायी जोगन, जाने कितनी लौ बाक़ी है
मैं चाहके भी कैसे, तेरा शुक्र मनाऊँ
निमाणि सी बन्दी मैं, कैसे पार पाऊँ
दिल माँगे मेरा, कृपा हो जाए तेरी,
दिन और रात मैं, तुझको झूला झूलाऊँ
तूने रस्ता दिया तो, तू मंज़िल भी देगा
मैं क्या लेके आयी थी, कोई जो छीन लेगा
है पग पग पे तू, पता तुझे को भी, मुझ को भी
फिर मन है क्यूँ बेचैन, जाने कौन मात देगा
मधहोशी से कैसे, मैं होश में आऊँ
परिशुध हूँ मैं कैसे, कैसे तुझमें समाऊँ
दिल माँगे मेरा, कृपा हो जाए तेरी,
दिन और रात मैं, तुझको झूला झूलाऊँ
बुझाए ना बूझे, मुझको वो प्यास देदे
दर्शन होते रहे, बस इक आस देदे
मैं तुझको निहारा, किया करूँ हरसु
हाँ, देदे तू मुझको, ये विश्वास देदे
किस रस्ते मिले तू, मैं नैना कहाँ बिछाऊँ
किस रस्ते मिले तू, मैं मन को कहाँ लगाऊँ
दिल माँगे मेरा, कृपा हो जाए तेरी,
दिन और रात मैं, तुझको झूला झूलाऊँ
श्यामिली
तेरी सूरत, कभी लगे, मन मोहिनी
तेरी मूरत, कभी लगे, लुभावनी
कभी तू लगे, मेरा लाल, कभी मेरा सखा
कभी बस, राधा संग, लगे सोहिनी
चाहके भी तुझको, मैं ना भूल पाऊँ
चाहत में तेरी, सुध भुध बिसराऊँ
दिल माँगे मेरा, कृपा हो जाए तेरी,
दिन और रात मैं, तुझको झूला झूलाऊँ
ना माखन बनाना, आए मुझको
ना मिस्री का स्वाद, भाए मुझको
ना सीधे साधे रास्तों पे चली मैं
ना तुझको मनाना आए मुझको
आज कैसे कैसे, तुझको मैं रिझाऊँ
आज कैसे मैं, बस तेरे गीत गाऊँ
दिल माँगे मेरा, कृपा हो जाए तेरी,
दिन और रात मैं, तुझको झूला झूलाऊँ
तेरी याद जब- जब, आती है, आँसू देके जाती है
तू साथ मेरे है फिर, कैसी ये उदासी है
कहकहें भी बहुत हैं, है तेरी मेहरबानी
ना फिर भी बन पायी जोगन, जाने कितनी लौ बाक़ी है
मैं चाहके भी कैसे, तेरा शुक्र मनाऊँ
निमाणि सी बन्दी मैं, कैसे पार पाऊँ
दिल माँगे मेरा, कृपा हो जाए तेरी,
दिन और रात मैं, तुझको झूला झूलाऊँ
तूने रस्ता दिया तो, तू मंज़िल भी देगा
मैं क्या लेके आयी थी, कोई जो छीन लेगा
है पग पग पे तू, पता तुझे को भी, मुझ को भी
फिर मन है क्यूँ बेचैन, जाने कौन मात देगा
मधहोशी से कैसे, मैं होश में आऊँ
परिशुध हूँ मैं कैसे, कैसे तुझमें समाऊँ
दिल माँगे मेरा, कृपा हो जाए तेरी,
दिन और रात मैं, तुझको झूला झूलाऊँ
बुझाए ना बूझे, मुझको वो प्यास देदे
दर्शन होते रहे, बस इक आस देदे
मैं तुझको निहारा, किया करूँ हरसु
हाँ, देदे तू मुझको, ये विश्वास देदे
किस रस्ते मिले तू, मैं नैना कहाँ बिछाऊँ
किस रस्ते मिले तू, मैं मन को कहाँ लगाऊँ
दिल माँगे मेरा, कृपा हो जाए तेरी,
दिन और रात मैं, तुझको झूला झूलाऊँ
श्यामिली
Madam, बहोत ही बेहतरीन शब्दो को मोतियों की माला की तरह पिरोया हैं।।। अति उत्तम
ReplyDeleteजन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं ।।।
@ vikram
Radhe radhye👌
ReplyDeleteUnbelievable....
ReplyDeleteबहुत ही सुन्दर व्याख्या
ReplyDeleteMadam, very nice
ReplyDeleteराधे राधे राधे
ReplyDeleteआप जब भी लिखते हो दिल से लिखते हो, हर किसी के बस की बात नहीं ।।।
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