मेरी दिल्ली



हालत, अपनी हो गई,
जैसे भीगी बिल्ली है
समझ ना आए यारों मुझको,
शिमला है, या दिल्ली है
धुआँ धुआँ आँखो में, 
बहता झर झर झरना
हवा पहले दूषित थी, 
अब और चिल्ली चिल्ली है

NRC को समझा नहीं, 
CAA भी आ गया
JAMIA को इसमें से, 
जाने क्या क्या भा गया
क़ानून ऊँची ऊँची दीवार में, 
पहले बनते थे
अब जाने कैसे इनको बनाने, 
उतरी मेरी दिल्ली है
हालत, अपनी हो गई,
जैसे भीगी बिल्ली है

सुबह की रात हो गई, 
शाम का पता, लगता नहीं
बात ही बात हो गई, 
विकास का पता, लगता नहीं
काग़ज़ काले करते करते, 
पब्लिक सड़क पे उतर गई
उनके लिए वाह वाह करता
       अपना शेख़ चिल्ली है
हालत, अपनी हो गई,
जैसे भीगी बिल्ली है

स्वेटर एक या दो पहने,
       बीवी का यही मसला है
पीएम मोदी और इक शाह 
बीजेपी का अस्ला है      
सोनिया गूँगे बेहरो से
       सरकारें चलवाती है
सोनिया गूँगे बेहरो से
       सरकारें चलवाती है
आम और ख़ास में झूझ रही
       देखो अपनी दिल्ली है
हालत, अपनी हो गई,
जैसे भीगी बिल्ली है


श्यामिली








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