मिलन

 

कभी तुम मुझसे, यूँ मिल जाना

यूँ तुम मुझसे, कभी मिल जाना

 

माना, जाना तेरा, है जरुरी

होगी कुछ ना, कुछ मज़बूरी

पर मेरे दिल में, तुम बस जाना

जाने अनजाने, कहीं मिल जाना

 

सर्द साँसों की, आह बनना

सूखे होठों की, चाह बनना

गहरे सन्नाटो की, गूंज में

मेरी धडकन में, उतर जाना

फिर मेरे दिल में, बस जाना

 

चेहरे पे बड़ी, बारिश की बूंदे

तनमन में कितना, है कूदे

बूंदों में तुम भी, मिल जाना

मेरे चेहरे पे फिर, खिल जाना

कहीं जाने अनजाने, मिल जाना

 

सिहर उठना मेरा, याद रखना

राह तकना मेरा, याद रखना

कहीं मन का कम्पन, बन जाना

कभी मेरा दर्पण, बन जाना

फिर मेरे दिल में, बस जाना

 

कड़ी धूप में बनना, काला बादल

कभी बनना मेरी, आँखों का काज़ल

कभी कोयल की, कूक सा

कान में मिश्री सा, घूल जाना

फिर मेरे दिल में, बस जाना

जाने अनजाने कहीं, मिल जाना

 

आसूँ मेरे का, नमक बनना

मेरी आँखों की, चमक बनना

सावन में, नाचता मोर बनना

मेरी पतंग की, डोर बनना

मन मन्दिर का, दिया बनना

मेरे हरपल में, जिया करना  

मेरी ज़िन्दगी की, डगर बनना

मेरी राह का हर, मंज़र बनना  

मेरे मन की, आस बन जाना

मेरे मन की, प्यास बन जाना

मेरे हर एक रोम, में तुम होगे

तुम हर मौसम में, घुल जाना

माना, तेरा जाना, है जरुरी

होगी कुछ ना, कुछ मज़बूरी

फिर मेरे मन में, बस जाना

जाने अनजाने कहीं, मिल जाना

कभी तुम मुझसे, यूँ मिल जाना

यूँ तुम मुझसे, कभी मिल जाना

 

श्यामिली


Comments

  1. Replies
    1. Aise mulakaat to yuu nahi,khaas hi hogi.Good!!

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  2. Barish , very detail explanation Madam .

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  3. बहुत ही खूबसूरती से आपने अपनी भावनाएं इस कविता में व्यक्त किया है।

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