तुमसे ना हो पाएगा
लड़की हो तुम,
तुमसे ना हो पाएगा
लड़की हो तुम,
हर कोई समझाएगा
लड़की हो तुम,
कुछ तो शर्म करो,
लड़की हो तुम,
पिंक ही तुम पर भाएगा
पहले होती थी,
दुर्गा काली
लड़की होना,
अब हुआ है गाली
दिल की दिल में रहे,
जब तक, अच्छा है
बस माँगा करो,
कान की बाली
तुम रहो बस निर्भर,
वो चाहे तो नाज़ उठाएगा
लड़की हो तुम,
तुमसे ना हो पाएगा
सोचो कैसी वो माँ होगी
दोनों को जिसने जाया है
एक तो मनमौजी जिए,
दूजे ने, आप गवाया है
बहू बेटी का फर्क ये,
कब तक रहेगा ये अंदाज़
एक बेटे की खातिर
बहू को कितना सताया है
फिर जाने इस बहू के चलते,
कितनी बेटीओ को मरवाएगा
हाँ, लड़की हो तुम,
तुमसे ना हो पाएगा
एक दो तीन चार,
चाहे लगे पूरा बाज़ार
एक लड़का चाहिए,
बस इतनी सी है दरकार
धडकन दादी की
कम होगी
लड़का मिला ना
जो अबकी बार
औरत को औरत से ही
सारा गिला रह जाएगा
लड़की हो तुम,
तुमसे ना हो पाएगा
चाहे चार चूल्हे,
के साथ
लैपटॉप पर रखो,
दूसरा हाथ
एक पैर हमेशा,
घर पर ही रखो
चाहे सौ परसेंट लगाओ,
तुम दफतर में माथ
पर आवाज़ ऊँची,
ना कोई सह पाएगा
तुम लड़की रहोगी,
तभी
वो मर्द कहलायेगा
सुनो, लड़की हो तुम,
ये, तुमसे ना हो पाएगा
जितना तुम चाहे,
मिटालो
थोडा और भी,
आज़मालो
लड़की लड़की,
ना रटते जाओ
ना जिगर तुम्हारा,
की तुम दूसरा परिवार अपनालो
छोड़ो अब लड़की से
बैर,
वर्ना कौन तुमको बचाएगा
हाँ, लड़की हूँ
मैं,
मुझसे
फिर बन जायेगा
तेरी करनी तेरे हाथ,
तू
ना कभी बच पाएगा
हाँ, लड़की हूँ
मैं,
मुझसे
फिर बन जायेगा
Very nice and truly said.but time is changing now.
ReplyDeleteItna dard mat likha Karo, Dil ko bahut katochta hai. But very nice very well written.👋👋
ReplyDelete👏👏👏
ReplyDeleteVery touching message madam , but world realised now about power of women . 🙏🙏🙏🙏
ReplyDelete👌
ReplyDeleteReally very nice ma'am 👏👏
ReplyDelete👍👍👌👌👏👏
ReplyDelete👍
ReplyDelete👍 nice mam
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