Happy Bhagwatam Appearance Day

 Today is the most auspicious day of the year, Bhadra Purnima, Srimad Bhagwatam appearance Day, SB is the Granth avatar of Shri Krishna. On this day, The Supreme Lord who appeared in the form of Scripture. “If on the full moon day of the month of Bhādra one places Śrīmad-Bhāgavatam on a golden throne and gives it as a gift, he will attain the supreme transcendental destination.” SB 12.13.13

 

Wishing you a very Happy Bhadra Purnima and Wish, you all will bring Krishna as Scripture in your home today or asap.

 

वेद व्यास का,

मन घबराया

लिखा बहुत कुछ,

पर चैन ना पाया

पूछा गुरूजी,

तुम बतलाओ

क्या और लिखूं

समझ ना पाया

 

नारद बोले

लिखा बहुत कुछ

लिखा है जो भी

है बिलकुल तुच्छ

तुमने ये कैसे

ग्रन्थ लिख डाले

सबको कर दिया

कर्मकांड हवाले

 

लिखा नहीं

कुछ कृष्ण महिमा

कैसा था बचपन

कैसी थी भंगिमा

कैसे अब तुमको

चैन भी आये

लिखो अब जो

कृष्ण को भाए

 

होगी फिर कृपा

नारद ने दोहराया

वेद व्यास को

सब समझ आया

ले ली समाधि

और लिख डाला

कृष्ण को लिखा

भागवत रच डाला

 

भागवत है वो

फल की जिसमे

छिलका है ना

ना गुटली कोई

किधर से भी पढलो

किधर से भी सुनलो

मधुरता की ऐसी

माला पिरोई

 

परीक्षित ने जानी

शुक ने सुनाई

फिर ये गाथा

सूत ने भी गाई

बारम्बार ये 

गई है गाई

अब हम लोगो की

बारी आई

 

हम है पतित

इसको समझेंगे कैसे

ना रह जाये पीछे

कृष्ण मिलेंगे कैसे

प्रभुपाद ने फिर

जुगत लगाई

भागवत पर  

टीका लिखवाई

 

अब तो बस है

कृष्ण को लाना

१२ स्कन्द में है

कृष्ण को पाना

कृष्ण के पाँव

१ और २ है

कृष्ण के टांगे

३ और ४ है

५ और ६ है

उदर और छाती

७ और आठ

बाजू कहलाती

९ है कंठ

और १० है चेहरा

११ है माथा

१२ सिर का सेहरा

जुयूं जुयूं ये गाथा

पढ़ते जाओगे

कृष्ण को अपने

सामने पाओगे

जुयूं जुयूं ये गाथा

पढ़ते जाओगे

कृष्ण को अपने

सामने पाओगे

 

श्यामिली

Comments

  1. Beautiful post .
    Hare Krishna Hare Krishna
    Krishna Krishna Hare Hare

    ReplyDelete
  2. अदभुत्त
    राधे राधे
    रुद्र

    ReplyDelete
  3. ओम श्री मद भागवत 🙏🙏🙏🙏🙏

    ReplyDelete
  4. Jai Shri Krishna

    ReplyDelete
  5. 🙏❤❤❤🙏🙏 👏👏

    ReplyDelete
  6. Jai shree Krishna 🙏🙏👏👏

    ReplyDelete
  7. अत्यंत भक्ति पूर्ण व्याख्या

    ReplyDelete
  8. What an exploring creation

    ReplyDelete

Post a Comment

Popular posts from this blog

प्रेम

परिवर्तन

Stress Stress Stress