My Random Thoughts

क्या चाहती हो कहना
       समझ ना पाऊँ मैं
टुकुर टुकुर देखती हो
       कहीं मर ना जाऊँ मैं

तेरा यूँ थिरकना हो      
       मेरा यूँ चहकना हो       
झरने के गूँझो में ख़ामोशी हो
       ऐसे स्वर्ग की तलाश है

चलो ठीक है, आगे बढते है
कुछ अपने लिए भी, करते है
कब तक सकूँ को तलाशते रहेंगे
जो मिला उसमें, संतुष्टि करते है

तुमसे नज़र मिली या नहीं
            ना जान पाए कभी
तुमको तलाशने की चाह में
       ना खुद को ढूँढ पाए कभी        

तेरे ज़िक्र ने, फिर दीवाना कर दिया
तेरा साथ भी, जुल्म से कम कहाँ था
तेरे साथ, की आदत हुई, क्या करूँ 
वर्ना अकेले, तेरा ही ग़म कहाँ था

क्या होगा आगे का सफ़र
       किधर ले जाएगी डग़र
क्यूँ फसना है 
क्यूँ फसना है, सवालों के भँवर
       जी तो ले, ना बीत जाए उम्र

तेरा आना तो, मुश्किल था ही
तेरा जाना भी हो गया मुश्किल
तेरे साथ की लत यूँ लगी
साँसो का चलना भी हो गया बोझिल

हर तरफ धुआँ ही धुआँ है
समाचार है, कि दूषित है हवा
पर मन में जो, आंधियाँ है
समाचार में, ज़िक्र भी ना हुआ    

श्यामिली


Comments

  1. Crystal clear thought keep going

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  2. बहोत ही बेहतरीन।।।।
    आप आगे बढ़ते चलो।।। हम आपके पीछे रहकर, और आपके साथ साथ चलकर,आपका मनोबल बड़ाते चलेंगे,
    हम आपके सच्चे सैनिक हैं,।।।

    @ vikram @

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  3. This comment has been removed by the author.

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  4. Awesome...behetreen...specially the 3rd one....santushti karte hain👍👍👍

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  5. Though it random but very thoughtful. Bahut hi sunder

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  6. An absolutely amazing 👌excellent diction👍 keep writing ✒

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  7. Such a inspirational thought. Beautiful word. Specially Third one.

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  8. Getting finer with every edition.Its high time that book must be launched with such great Repository of thoughts which are no less than Real Treasure.

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